नई दिल्ली. पाकिस्तान भारत की मदद से सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना है। यह दावा खुद पाकिस्तान ने किया है। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान के पक्ष में वोट दिया है और वह भारत का शुक्रगुजार है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून ने कहा, 'मैं उनका (यूएन में भारत के राजदूत हरदीप सिंह पुरी) शुक्रगुजार हूं। मैं पाकिस्तान के लिए भारत की सकारात्मक पहल की प्रशंसा करता हूं। इससे कई चीजें सही दिशा में आगे बढ़ेंगी।'
भारत के कई जानकार मानते हैं कि पाकिस्तान का सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर शामिल होना भारत का सिरदर्द बढ़ा सकता है। आखिरकार पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्यता पाने में कामयाब हो गया। संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की 5 अस्थायी सदस्य देशों के लिए हुई वोटिंग में पाकिस्तान के साथ-साथ मोरक्को, ग्वाटेमाला और टोगो को भी भी अस्थायी सदस्य चुन लिया गया है। इन देशों का कार्यकाल 1 जनवरी, 2012 से शुरू होगा। इन सभी देशों का कार्यकाल दो साल का होगा।
जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान के सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने का मतलब है कि वह भारत के साथ अपनी खींचतान को सुरक्षा परिषद में भी ले जाएगा। इसका असर दोनों देशों के संबंधों पर भी पड़ सकता है। यह मामला विश्व के अन्य देशों का ध्यान अपनी तरफ खींच सकता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान को जब भी मौका मिला है, उसने कश्मीर समेत कई विवादास्पद मुद्दे संयुक्त राष्ट्र के मंच पर उठाकर इन मामलों में तीसरे देश की मध्यस्थतता की मांग की है। हालांकि, भारत ऐसी सभी मांगों का पुरजोर विरोध करता रहा है।
हालांकि, भारत के सकारात्मक रुख पर यूएन में भारत के उप राजदूत मंजीव सिंह पुरी ने कहा है कि दोनों देश (भारत और पाकिस्तान) तमाम ग्लोबल मुद्दों पर लगभग एक तरह की राय रखते हैं और हम पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून ने भारत के साथ अच्छा काम करने की उम्मीद जताई है।
सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। इन 10 में से 5 के लिए हर साल चुनाव होता है। हर अस्थायी सदस्य 2 साल के लिए सुरक्षा परिषद का हिस्सा बनता है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 अक्टूबर 2011
बड़ी चूक? भारत ने पाकिस्तान को वोट देकर 'सिरदर्द' लिया मोल
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