न्यूयॉर्क. आर्थिक संकटों का सामना कर रहे अमेरिका में जनता बगावत पर उतर आई है। कॉरपोरेट जगत में फैले लालच और भ्रष्टाचार, ग्लोबल वॉर्मिंग और सामाजिक गैरबराबरी के खिलाफ सैकड़ों लोग न्यूयॉर्क की सड़कों पर उतर चुके हैं। गुस्साई जनता ने ब्रुकलीन ब्रिज पर एक तरफ के ट्रैफिक को रोक दिया। इस बीच पुलिस से जनता की झड़प भी हुई। विरोध कर रहे लोग सड़कों पर उतर गए, जिससे पुल पर ट्रैफिक ठप हो गया। पुलिस ने 700 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिसकर्मियों ने ब्रुकलिन पुल को यातायात के खोल दिया।
ऑकुपाई वॉल स्ट्रीट मूवमेंट (वॉल स्ट्रीट पर कब्जा करो अभियान) नाम का यह प्रदर्शन न्यूयॉर्क में पिछले एक हफ्ते से हो रहा है। चश्मदीदों का कहना है कि ब्रुकलिन ब्रिज पर पुलिसकर्मियों ने जब प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करना शुरू किया तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध किया, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। विरोध प्रदर्शन मार्च मैनहेटन के पास से शुरू होकर ब्रुकलिन ब्रिज पर पहुंचा था।
शनिवार को गुस्साए लोग जब ब्रुकलिन ब्रिज पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें फुटपाथ पर चलने को कहा। लेकिन प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर गए जबकि कुछ सड़क पर ही बैठ गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को फुटपाथ पर ही रहने की कई बार हिदायत दी थी। न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट के प्रवक्ता पॉल ब्राउन ने बताया कि चेतावनी के बावजूद वे सड़क पर उतरे, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका लक्ष्य करीब २० हजार लोगों को इस आंदोलन में शामिल करके वॉल स्ट्रीट पर बिस्तर, किचन और बैरीकेड लगाकर कॉरपोरेट जगत में फैले भ्रष्टाचार और लालच का विरोध करना है।
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि वे वॉल स्ट्रीट पर कब्जा करना चाहते हैं। लेकिन पुलिस इन प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने से भी गुरेज नहीं कर रही है। एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि न्यूयॉर्क पुलिस का एक जवान एक प्रदर्शनकारी को घूंसा मारकर ज़मीन पर गिरा देता है और उसे पकड़कर गाड़ी में बैठा देता है। गौरतलब है कि वॉल स्ट्रीट न्यूयॉर्क का कारोबारी इलाका है। यहां शेयर बाज़ार समेत कई नामी कंपनियों के दफ्तर हैं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 अक्तूबर 2011
अमेरिका में बगावत? सड़कों पर उतरी जनता, 700 गिरफ्तार | Email Print Comment
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