लंदन. एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने द्वितीय विश्वयुद्ध के अंतिम दिनों में बर्लिन में आत्महत्या नहीं की थी बल्कि वह लातिन अमेरिकी देश अर्जेटिना पलायन कर गया था जहां युद्ध के कई वर्ष बाद उसकी मौत हुई।
ब्रिटिश पत्नकार गेर्राड विलियम्स और सिमोन डंस्टन ने हाल ही में प्रकाशित अपनी पुस्तक ग्रे वुल्फ् द एस्केप ऑफ एडोल्फ हिटलर में बताया है कि इस बात के बहुत से प्रमाण मौजूद है कि हिटलर की मौत द्वितीय विश्वयुद्ध के 17 वर्ष बाद अर्जेटीना में 62 वर्ष की अवस्था में हुई। यहीं पर हिटलर ने अपनी दोनों पुत्नियों का पालन-पोषण किया था।
इस नये शोध ने अब तक के इतिहासकारों के उस कथन को झुठला दिया है जिसमें वे मानते आये थे कि द्वितीय विश्वयुद्ध के अंतिम दिनों में जब सोवियत संघ की लाल सेना धीरे-धीरे करके बर्लिन पर अपना शिकंजा कसती जा रही थी तो हिटलर ने अपने भूमिगत बंकर के अंदर अपनी प्रेमिका ईवा ब्राउन के साथ आत्महत्या कर ली थी।
विलियम्स ने कहा है कि रूसियों द्वारा अक्सर हिटलर की खोपडी के उनके कब्जे में होने के संबंध में किया जाने वाला दावा भी झूठा है क्योंकि उनके पास असलियत में जो खोपडी है वह एक महिला की है।
विलियम्स ने बताया कि हिटलर और ईवा की मौत की पुष्टि करने वाले कोई भी प्रामाणिक फ्रोंसिक सबूत मौजूद नहीं हैं हालांकि बहुत से प्रत्यक्षदर्शियों ने उन्हें अर्जेटिना में देखे जाने का दावा किया है। इस पुस्तक में बताया गया है कि हिटलर और ईवा द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति से एक महीने पहले अप्रैल 1945 में चुपचाप अर्जेटिना पलायन कर गये थे जहां उस समय फासीवादी सरकार थी।
विश्लेषकों का कहना है कि इस शोध के सामने आने के बाद दुनिया भर में तहलका मच जायेगा क्योंकि इसे अमेरिका की कुख्यात खुफिया एजेंसी सीआईए की विफलता से जोडकर देखा जायेगा कि हिटलर उनके देश के इतने नजदीक 17 वर्षो तक छिपा रहा और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 अक्टूबर 2011
मरने' के 17 साल बाद तक जिंदा रहा था तानाशाह हिटलर
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