पुलिस को खुफिया जानकारियां एकत्र करने के लिए मुस्लिम समुदाय के बीच भेजा गया। 2001 के आतंकवादी हमले के बाद से ही पुलिस ने खुफिया अभियान में तेजी लाई थी। वर्ष 2006 के दौरान पुलिस दस्तावेजों में कहा गया कि 250 से अधिक मस्जिदों की पहचान किए जाने के बाद कई संगठनों पर पुलिस ने निगरानी शुरू कर दी थी।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 सितंबर 2011
न्यूयॉर्क में खुफिया तरीके से रखी जा रही थी मुसलमानों पर नज़र !
पुलिस को खुफिया जानकारियां एकत्र करने के लिए मुस्लिम समुदाय के बीच भेजा गया। 2001 के आतंकवादी हमले के बाद से ही पुलिस ने खुफिया अभियान में तेजी लाई थी। वर्ष 2006 के दौरान पुलिस दस्तावेजों में कहा गया कि 250 से अधिक मस्जिदों की पहचान किए जाने के बाद कई संगठनों पर पुलिस ने निगरानी शुरू कर दी थी।
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