नई दिल्ली. दिल्ली में हाईकोर्ट के बाहर बुधवार को हुए बम विस्फोट की जांच कर रही एजेंसियों के हाथ अभी तक खाली हैं। कई शहरों में धर-पकड़ कर आठ लोगों को गिरफ्तार जरूर किया गया है, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। सुराग देने वालों के लिए पांच लाख रुपये इनाम की घोषणा की गई है। पुलिस अब एक बार फिर संदिग्धों के स्केच जारी करने की सोच रही है। इस बीच बीते 25 मई को दिल्ली हाईकोर्ट की पार्किंग में हुए धमाके की जांच भी एनआईए को सौंप दिया गया है।
हाईकोर्ट की लचर सुरक्षा व्यवस्था के लिए जहां दिल्ली सरकार पर अंगुली उठ रही है, वहीं मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने साफ कह दिया है कि धमाके के लिए किसी एक को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि मामले के राजनीतिकरण की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कह दिया कि बार-बार यह तुलना की जाती है कि अमेरिका में 9/11 के बाद एक भी आतंकी हमला नहीं हुआ है, यह भी गलत है। उन्होंने कहा कि लोगों को यह मालूम नहीं चलता कि आतंकी हमले की कितनी साजिशें नाकाम की जाती हैं। हालांकि शीला ने यह माना कि दिल्ली में असुरक्षा की भावना है।
इस बीच, फॉरेसिंक रिपोर्ट से पता चला है कि आतंकवादियों ने पीईटीएन नाम के विस्फोटक का प्रयोग किया था और डिजिटल टाइमर की मदद से विस्फोट कराया गया था। इस मामले में अब तक 8 लोगों को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। सुरक्षा एजेंसियों ने किश्तवाड़ से तीन, फैजाबाद से दो, बलरामपुर से एक और आंध्र प्रदेश से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। पटना में एनआईए के नेतृत्व में संयुक्त जांच टीम एक शख्स को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है। इस शख्स पर आरोप है कि उसने एटीएम चोरी करके पैसे निकाले हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने उत्तर प्रदेश के चंदौली में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी शमीम की तलाश में छापा मारा लेकिन शमीम हाथ नहीं आया। शमीम पर वाराणसी के शीतला घाट पर विस्फोट करने का आरोप है। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के रहने वाले 28 साल के शहजाद नाम के युवक को गिरफ्तार कर सूबे की पुलिस पूछताछ कर रही है। पूछताछ में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक शहजाद पुणे में मजदूरी करता है। शहजाद का चेहरा स्केच से सामने दो चेहरों में से एक से मिलता है। शहजाद को बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया।
एनआईए की एक टीम जम्मू के किश्तवाड़ और एक अन्य टीम लखनऊ में भी है। गौरतलब है कि विस्फोट के कुछ घंटों बाद किश्तवाड़ के एक साइबर कैफे से दिल्ली के कुछ मीडिया संस्थानों को ईमेल भेजा गया था।
इस बीच, बम धमाके में मरने वालों की तादाद बढ़कर 12 हो गई है। गंभीर रूप से घायल एक शख्स ने गुरुवार सुबह दम तोड़ दिया। दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर बुधवार की सुबह गेट नंबर 4 और 5 के बीच सुबह 10:14 बजे धमाका हुआ था। धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी से लग जाता है कि इसकी चपेट में आए कुछ लोगों के हाथ व पैर धड़ से अलग हो गए। कुछ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। धमाके की गूंज मौके से लगभग दो किमी दूर विजय चौक तक सुनाई दी। विस्फोट से करीब एक फुट गहरा और चार फीट चौड़ा गड्ढा हो गया।
100 ग्राम पीईटीएन तबाह कर देगा कार
पेंटाएरिथ्रीटॉल ट्राइनाइट्रेट (पीईटीएन) की 100 ग्राम मात्रा एक कार को तबाह करने के लिए काफी होती है। पीईटीएन प्लास्टिक विस्फोटक है। इसे किसी भी आकर ढाला जा सकता है। जानकारों के मुताबिक यह आरडीएक्स से भी खतरनाक होता है। दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठनों में से एक अल कायदा इस विस्फोटक का इस्तेमाल आम तौर पर करता है
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 सितंबर 2011
अंधेरे में तीर चला रही पुलिस: शीला दीक्षित बोलीं- अमेरिका से न करें दिल्ली की तुलना
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)