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02 सितंबर 2011

केमिकल लोचा बनाता है गुस्सैल !


अपने कभी यह सोचा है कि आपके कुछ साथी औरों के मुकाबले अधिक गुस्सैल क्यों होते हैं? आपने कभी इस बात की तह में जाने की कोशिश की है कि ऐसा क्यों होता है? हम मजाक में यह तो कह देते हैं कि इसके दिमाग का पेंच ढीला है या इसका दिमाग खिसका हुआ है।

लेकिन अब शोधकर्ताओं ने भी यह बात स्पष्ट कर दी है कि वाकई उनके दिमाग अपनी जगह से कुछ खिसका होता है! दरअसल उनके स्वभाव में यह तेजी एक रसायन की अनुपस्थिति के कारण होती है।

ब्रिटेन में कार्डिफ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं इस बात पर अध्ययन किया कि क्यों कुछ व्यक्तियों का अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रहता है और वे अचानक कुछ भी निर्णय ले बैठते हैं। उनके मुताबिक इन लोगों में जीएबीए नामक उस रसायन की कमी होती है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संदेश भेजने का काम करते हैं।

विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं कुछ लोगों को विभिन्न मामलों में निर्णय लेने का काम दिया और इस दौरान उनकी दिमागी हलचलों का अध्ययन करना आरंभ किया। उन्होंने पाया कि जिन लोगों के मस्तिष्क में कम हरकत हुई, उन्होंने गुस्से में निर्णय लिया।

इस अध्ययन को अंजाम देने वाले शोधकर्ता फ्रेडरिक ब्वॉय ने कहा, ‘हमने यह पता लगा लिया है कि आखिर क्यों कुछ लोग अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाते। लोगों का गुस्से पर काबू नहीं कर पाना हमारे समाज की एक बड़ी समस्या है और इसके घातक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।’ शोधकर्ताओं का कहना है कि यह शोध इस विषय पर आगे अध्ययन और क्रोध की समस्या को हल करने में काफी मदद कर सकता है।

कैसे करें काबू

गलत समय पर प्रकट किया गया गुस्सा हमें बहुत परेशानी में डाल सकता है। आइए जानते हैं गुस्से को काबू में करने के कुछ तरीके :

एक गिलास पानी पिएं या गहरी सांस लें। अपने आपसे बात करें। खुद से बोलें कि सब ठीक है, जस्ट रिलैक्स, टेक इट ईजी। इन बातों को धीरे-धीरे दोहराएं, इससे काफी राहत मिलेगी।
आराम से बैठ कर आंखें बंद कर लें। पुरानी अच्छी बातें याद करें। कुछ खुशनुमा पलों को दोबारा अपनी आंखों में साकार करें आपका गुस्सा छूमंतर हो जाएगा।

1 टिप्पणी:

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