इंदौर।राजकुमार मिल की बाबा रामदेव वाली झांकी के पुतलों को शनिवार को फिर पुलिस वर्दी पहना दी गई। भास्कर में शुक्रवार को अधिकारियों द्वारा वर्दी उतरवाए जाने की खबर प्रमुखता से छपने के बाद उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मामले में हस्तक्षेप किया।
उन्होंने झांकी निर्माण स्थल का निरीक्षण करने के बाद कहा कि उन्हें इस झांकी में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लग रहा है। वर्दी पर उन्होंने दिल्ली पुलिस का बैच लगाने के लिए कहा।
दरअसल उक्त झांकी में बाबा रामदेव पर पुलिस को लाठियां बरसाते हुए दिखाया गया है। शुक्रवार को अधिकारियों ने इस पर आपत्ति ली थी।
लाठी मारते हुए पुतलों को पहनाई गई पुलिस की वर्दी को भी उतरवा दिया था। साथ ही इस दृश्य को बदले जाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से ही झांकी कलाकार और मिल मजदूर नाराज थे। शनिवार रात 7.45 बजे मंत्री श्री विजयवर्गीय ने झांकियों का निरीक्षण करते हुए इन्हें मूल स्वरूप में ही रखने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिस किसी अधिकारी को आपत्ति हो वह मुझसे बात करे।
विजयवर्गीय पहुंचे मिल
शनिवार रात 7.45 बजे विजयवर्गीय मिल पहुंचे। गणोशोत्सव समिति अध्यक्ष कैलाशसिंह ठाकुर ने उन्हें जानकारी दी-
ठाकुर - बाबा को लाठी मारते पुतलों को हमने पुलिस की वर्दी पहनाई थी, जिसे अधिकारियों ने उतरवा दिया। अधिकारी कह रहे थे भ्रष्टाचार दिखाना है तो मंत्री-विधायकों के फोटो लगाओ। मंत्री - इन्हें ड्रेस पहना दो। मंत्री - (फोन पर एसएसपी ए.साईं मनोहर से) मैंने झांकियों का निरीक्षण कर लिया है और मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ आपत्तिजनक है। जी हां म.प्र. पुलिस बहुत अच्छी है ड्रेस पर दिल्ली पुलिस लिखवा देंगे।
(हंसते हुए) आप कहें तो यह भी लिखवा दें कि इंदौर पुलिस सबसे अच्छी है। मंत्री - पुतलों की ड्रेस पर दिल्ली पुलिस का डी.पी. लिखवा देना। ठाकुर - जी सर। ठाकुर - हम चल समारोह में अण्णा आंदोलन के समय बने चोर बने हैं थानेदार गीत को बजाना चाहतें हैं। मंत्री - नहीं ऐसा मत करना। ठाकुर - ठीक है।
कुछ देर बाद मंत्री विजयवर्गीय ने कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को फोन लगाया और कहा - मैंने झांकी देख ली है और पुतलों को ड्रेस पहनाने के लिए भी कह दिया है। उन दोनों को बता देना और किसी को आपत्ति हो तो कहना मुझसे बात कर ले।
नहीं है आपत्तिजनक
मीडिया से बात करते हुए श्री विजयवर्गीय ने कहा कि झांकी में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। मिलें बंद होने के बाद भी मजदूर झांकी निकाल कर परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं, हमें उनका सम्मान करना चाहिए। हमारा निवेदन है प्रशासन से कि ऐसी कोई झांकी न निकले जिससे सांप्रदायिक सौहाद्र्र बिगड़े, लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं है। या तो ऐसे ही निकलेगी या नहीं निकलेगी
श्री विजयवर्गीय के दौरे के बाद श्री ठाकुर ने कहा कि अब झांकी निकलेगी तो ऐसे ही या फिर नहीं निकलेगी और हम लोगों को मिलों में ऐसे ही दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि यह मजदूरों की जीत है और अगर अब प्रशासन ने आपत्ति ली तो मजदूर सड़कों पर उतरेंगे।
इंटक ने लगाया राजनीतिक अखाड़ा बनाने का आरोप
गणोशोत्सव के अंतर्गत झांकियां निकाली जाना एक धार्मिक उत्सव है। इस उत्सव को राजनीतिक अखाड़ा बनाया जा रहा है। यह आरोप इंटक के शहर अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने लगाते हुए राजकुमार मिल की बाबा रामदेव की झांकी का विरोध किया है। इस संबंध में वे शनिवार सुबह कलेक्टर राघवेंद्र सिंह से भी मिले थे और अपना विरोध दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि अगर प्रशासन इस पर रोक नहीं लगाएगा तो हम झांकी कलाकारों से बात करके इसे बदलने का आग्रह करेंगे और अगर वे नहीं माने तो इंटक द्वारा प्रदेश स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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