तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 सितंबर 2011
आज बुजुर्गों के कल्याण का दिन है ........
दोस्तों आज कागजों में बुजुर्गों के कल्याण का दिवस मनाया जा रहा है ..आप और में या फिर कोई भी हो सभी जानते हैं के अपने घर , अपने पडोस और आसपास बुजुर्गों के साथ क्या दुर्व्यवहार हो रहा है .पेंशन की लाइन हो .सास ससुर के झगड़े हो बाप बेटे बहू सास के झगड़े हों सभी की जानकारी में है .....मेने तलाशा बुजुर्गों का दर्द एक बुज़ुर्ग कई सालों से अदालत से लेकर मंत्री संतरी तक सिर्फ इसीलियें चक्कर लगा रहा है के वोह अपने बेटे से उसकी सम्पत्ति वापस ले सके उसकी पत्नी दिल की मरीज़ है बाप सुन नहीं सकता चल नहीं सकता लेकिन सरकार है के मानती ही नहीं .कहने को तो वृद्ध कल्याण कानून बनाया गया है लेकिन उसकी क्रियान्विति के लियें कोई कदम नहीं उठाये गये हैं ..में सोचता था राजस्थान में संवेदन शील सरकार है शायद आज के दिन वृद्ध कल्याण दिवस को सभी जिलों में शिविर लगाकर बुजुर्गों की समस्याओं की सुनवाई करे लेकिन तोबा तोबा यहाँ तो जिनके बेटे जिनके रिश्तेदार करोडपति है वोह बुज़ुर्ग भी बेचारे वृद्ध आश्रम में रह रहे है .यकीन मानिये ऐसे दिवस मनाने के नाम पर अख़बार मिडिया में विज्ञापन दिया जाता है कुछ लोगों द्वारा कथित कार्यक्रम कर अख़बार की खबर बनाई जाती है और ऐसे लोग सरकार के करोड़ों खर्च होने के बाद भी अपने लाभ से वंचित रह जाते हैं हमारे कोटा में आज तक भी विधि नियम प्रावधानों के तहत बुजुर्गों की सुनवाई के लियें कोई प्राथमिक और विशिष्ठ कार्यवाही तय्यार नहीं की है ...एस डी ओ के यहाँ तो कोई मुकदमा पेश करने के प्रक्रिया ही नहीं जानता क्योंके वकीलों को इससे बाहर कर दिया गया है .स्थायी लोक अदालत या समाज कल्याण विभाग ने इस मामले में कोई पहल नहीं की हैं तो दोस्तों जब किसी दिवस पर एक भी वृद्ध का कल्याण ना हो ना ही इस मामले में कोई कार्यवाही की जाए फिर करोड़ों के विज्ञापन देकर आप कोनसा कल्याण दिवस मना रहे है जरा अस्पतालों में म़ोत से जूझते और घरों में अपने बेटे बहुओं के ताने सुनते बुजुर्गों से तो पूंछों ............. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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