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09 सितंबर 2011

अलवर से दो गिरफ्तार: धमाके के बाद ईमेल भेजने का पाकिस्‍तान से आया था हुक्‍म?


नई दिल्‍ली. दिल्‍ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके की जांच कर रही एजेंसियों के हाथ अभी तक खाली हैं। इस बीच राजस्‍थान में पुलिस ने शुक्रवार मध्यरात्रि किशनगढ़बास कस्बे (अलवर) में धर्मशाला की तलाश में घूम रहे जिन दो कश्मीरी युवकों को गिरफ्तार किया था, उनके बारे में पुलिस का कहना है कि पहली नज़र में इनका आतंकवाद से कोई रिश्ता नहीं लग रहा है। अलवर पुलिस ने अनंतनाग पुलिस से देर रात संपर्क किया और दोनों युवकों--अब्दुल गनी माजरे और मियां अहमद खटाना के बारे में पता चला कि इनका कोई दागी इतिहास नहीं रहा है। अलवर पुलिस का कहना है कि ये मधुमक्खी पालन के सिलसिले में यहां आए हुए हैं। दोनों के पास से ट्रेन की टिकट और पहचान पत्र भी मिला है। हालांकि, पुलिस एहतियातन इन्हें हिरासत में रखे हुए है।

उधर, खबर है कि दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर बुधवार की सुबह हुए ब्लास्ट के कुछ घंटों बाद दिल्ली के कुछ मीडिया संगठनों को ईमेल भेजने के आरोपी शोएब अहमद शेख ने कथित तौर पर जांचकर्ताओं को बताया है कि उसे सीमापार से ईमेल भेजने का आदेश मिला था। शेख ने किश्तवाड़ के साइबर कैफे से यह ईमेल भेजा था।
शेख की पहचान ग्लोबल साइबर कैफे के मालिक द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर की गई। किश्तवाड़ के कॉलेज में पहले साल के विद्यार्थी शेख से एनआईए की एक टीम, हैदराबाद के फॉरेंसिक एक्सपर्ट, जम्मू पुलिस पूछताछ कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक शेख ने जांचकर्ताओं को बताया है कि सीमा पार से उसे निर्देश मिला था कि पहले वह दिल्ली ब्लास्ट की खबर ब्रेक होने दे और उसके बाद टीवी चैनलों को ईमेल भेजे। इससे पता चलता है कि ईमेल लिखने वाले को यह नहीं पता था कि बम कहां और कब फटेगा।
सूत्रों के मुताबिक शेख ने जांच टीम को यह भी बताया है कि ब्लास्ट वाले दिन यानी बुधवार को उसके मोबाइल पर दो इंटरनेशनल कॉल आई थीं। इनमें से एक कॉल पाकिस्तान से दूसरी सऊदी अरब से आई थी। मेल में सिर्फ हरकत उल जेहादी लिखा हुआ था। जांच एजेंसियां इस बात पर माथापच्ची कर रही हैं कि क्या हरकत उल जेहादी इस्लामी (हूजी) के ही दिमाग के उपज तो नहीं है। सूत्र इस बात को भी मान रहे हैं कि किश्तवाड़ के बाद आए ईमेल भटकाने की कोशिश हो सकते हैं। इन ईमेलों का मकसद यह भ्रम बनाना हो सकता है कि ब्लास्ट में सीमापार की साजिश नहीं है।
बुधवार को दिल्‍ली हाईकोर्ट के बाहर गेट नंबर 5 पर हुए धमाके की जांच अब तक भी किसी ठोस दिशा में नहीं पहुंची है। जांच एजेंसियां बस ईमेल और फोन कॉल खंगालने तक ही सीमित हैं और इसमें भी उन्‍हें कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका है। हालांकि, स्केच के आधार पर गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी स्केच से मेल खाते दो लोगों को राजस्थान के अलवर जिले के किशनगढ़ में पकड़ा गया है। ये जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के रहने वाले हैं।
जांच एजेंसियां बीते छह महीने के ईमेल और फोन कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। धमाके के बाद से इसकी जिम्‍मेदारी लेने और नए धमाके की धमकी देने वाले चार मेल आ चुके हैं, जो जांच एजेंसियों की परेशानी बढ़ा रही हैं। हो सकता है ये ईमेल इनकी मुश्किल बढ़ाने के लिए ही भेजी गई हों।
एक विशेष टीम बांग्‍लादेश, नेपाल और पाकिस्‍तान में किए गए 350 से भी ज्‍यादा फोन कॉल के रिकॉर्ड खंगाल चुकी है। पर इससे कोई सुराग हाथ नहीं लगा। जांच टीम का कहना है कि उनकी नजर सोशल वेबसाइट्स पर भी है। टेलीफोन ऑपरेटर कंपनियों से मदद मांगी गई है। पुराने धमाकों से जुड़ी फाइलें भी खंगाली जा रही हैं।
धमाके के बाद से आए चार मेल
पहला मेल
कब: 7 सितंबर 2011 को हमले के कुछ देर बाद।
कहां से : किश्तवाड़ (जम्मू-कश्मीर)
क्या था : हूजी ने ली हमले की जिम्मेदारी। कहा- संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी पर दोबारा विचार करो। वरना अन्य हाईकोर्टों और सुप्रीम कोर्ट पर भी हमला होगा।
नतीजा : किश्तवाड़ में बीए प्रथम वर्ष के छात्र के अलावा साइबर कैफे मालिक एवं चार अन्य हिरासत में। पूछताछ जारी।

दूसरा मेल
कब : 8 सितंबर 2011 को दोपहर 12:37 बजे।
कहां से : पश्चिम बंगाल
क्या था : छोटू नामक शख्स के जी-मेल आईडी से आए ई-मेल में आईएम ने ली जिम्मेदारी। कहा- बुधवार को जनहित याचिकाओं पर सुनवाई होती है। भीड़ ज्यादा रहती है। इसलिए हाईकोर्ट को निशाना बनाया गया। एक शॉपिंग मॉल में भी किया जाएगा धमाका।
नतीजा : कोई ठोस सुराग नहीं।

तीसरा मेल
कब : 9 सितंबर 2011 को तड़के।
कहां से : मास्को
क्या था : किलइंडियन के याहू आईडी से आए ई-मेल में आईएम ने ली जिम्मेदारी। कहा- अगला धमाका ‘अहमदाबाद’ में होगा। वह और ज्यादा क्रूर होगा। दशकों तक याद रहेगा।
नतीजा : कोई सुराग नहीं।

चौथा मेल
कब : 9 सितंबर 2011 को शाम 6:39 बजे।
कहां से : पश्चिम बंगाल
क्या था : छोटू का फिर आया ई-मेल। दिल्ली और मुंबई के मीडिया संस्थानों से कहा, तीसरा मेल ही ‘सही और अपडेटेड’।
नतीजा : कोई सुराग नहीं।
अब तक की जांच
> किश्तवाड़ से ई-मेल भेजने वाला संदिग्ध किशोर पकड़ा गया, एनआईए टीम भी पहुंची, पूछताछ जारी
> दिल्ली पुलिस ने डीसीपी (क्राइम) अशोक चांद और डीसीपी (स्पेशल सेल) अरुण कंपानी के नेतृत्व में 200 पुलिसकर्मियों की तीन टीमें गठित की
> 20 सदस्यीय एनआईए जांच दल से भी दिल्ली पुलिस की ये टीमें करेंगी समन्वय > महाराष्ट्र एटीएस ने 10 से ज्यादा संदिग्धों को समन जारी किए
> तीसरा स्केच भी जारी होगा, दिल्ली पुलिस जारी कर चुकी है दो स्केच

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