कोटा। 'तुम तो एनआरएचएम पर ध्यान लगाओ। उसमें खूब पैसा आ रहा है। मुझे अंदर की सब बात पता है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के बावजूद लोगों को सूचित नहीं करना गम्भीर बात है। इतनी दूर से जिस कार्यक्रम के लिए मंत्री और अधिकारी आ रहे हैं वहां इतने कम लोगों का होना शर्मनाक है।'
यह शब्द जिले की प्रभारी व पर्यटन मंत्री बीना काक ने सोमवार शाम सर्किट हाउस में सीएमएचओ डॉ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया को कहे। हुआ यूं कि कैथून सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सोमवार को जननी शिशु सुरक्षा योजना की शुरूआत के अवसर पर भीड़ कम होने से काक का गुस्सा फूट पड़ा। कार्यक्रम के दौरान कई लोगों ने उन्हें सूचना न होने की भी शिकायत की।
जब शाम करीब सवा पांच बजे वे सर्किट हाउस पहुंची तो उन्होंने सिसोदिया को फटकार लगाते हुए कहा, 'तुमने न तो जिला प्रमुख को सूचना दी और न ही प्रधान को। वहां न तो एएनएम थी और न आंगनबाड़ी कार्यकर्ता। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद जितने लोग वहां मौजूद थे, इतने तो औचक निरीक्षण के दौरान ही हो जाते हैं।
तुम तो हमारे साथ मेहमान बनकर भाषण देने गए थे। एक-दो जनप्रतिनिधियों को तो सांसद इज्यराज सिंह ने सूचना दे दी थी, इसलिए वे आ गए। आखिर आपने किया क्या?'सांसद इज्यराज सिंह और जिला कलक्टर जी.एल. गुप्ता की मौजूदगी में ही काक ने सिसोदिया से कहा, 'जिले के स्थानीय अधिकारी भले ही इस बारे में कुछ न कहें।
उन्होंने कहा कि केशवरायपाटन स्थित केशवरायजी मंदिर में भी वृन्दावन की तरह ही विशाल स्तर पर सामूहिक आरती कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि यहां भी पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। पैलेस ऑन व्हील के बूंदी में ठहराव को शीघ्र ही अमल में लाया जाएगा। (का.स.)
लेकिन मैं इसे गम्भीरता से लेते हुए इस बारे में मुख्यमंत्री को लिखित में शिकायत करूंगी।' कार्यक्रम के लिए कार्ड बांटने के बारे में पूछने पर डॉ. सिसोदिया ने कहा कि कार्ड तो नहीं छपवाए, लेकिन लोगों को वैसे ही सूचना दे दी गई थी।
अब काले हरिणों की सेंक्चुरी बनेगा सोरसन
बारां जिले के सोरसन अभयारण्य को अब काले हरिणों की सेंचुरी के रू प में विकसित किया जाएगा। यह कहना है जिले की प्रभारी और पर्यटन मंत्री बीना काक का। अपने कोटा प्रवास के दौरान सोमवार को सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने बताया कि पहले सोरसन गोडावन पक्षियों के लिए प्रसिद्ध था।
अब वहां इनकी संख्या तो धीरे-धीरे कम होती जा रही है और काले हिरणों की बहुतायत हो रही है, जिसके चलते इसे अब काले हरिणों की सें`चुरी के रू प में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। इस बारे में वन मंत्री से भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोटा मेरे दिल के काफी करीब है।
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