जयपुर.मानसरोवर में अल्पसंख्यक छात्रावास के शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की गुहार करने पर पुलिसवालों ने बीटेक छात्र की पिटाई की और घसीटते हुए जीप में डालकर थाने में ले गए।
कार्यक्रम में 11.30 बजे मुख्यमंत्री के आने के बाद बीटेक छात्र मनीष कुमार जोशी ज्ञापन लेकर अंदर जाने लगा। सुरक्षाकर्मियों ने रोका और बाद में आने को कहा। इसी बीच कुछ पुलिसकर्मी छात्र को घसीटते हुए ले गए।
पुलिसकर्मियों के इस रवैये से वहां मौजूद लोग भी अवाक रह गए। लोगों के अनुसार छात्र शांति से वहां सुरक्षाकर्मियों से गुहार कर रहा था, उसने वहां ऐसी कोई हरकत भी नहीं की जो सुरक्षा की दृष्टि से गलत हो या कार्यक्रम में व्यवधान पैदा कर रहा हो।
मनीष ने नीमराना के एक निजी कॉलेज से बीटेक किया था। परीक्षा के एक साल बाद भी राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय मार्कशीट जारी नहीं कर रहा। ऐसे ही 9 अन्य छात्र भी हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन से कई बार गुहार करने के बावजूद भी समस्या का निदान नहीं हुआ तो छात्र यह सोचकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने गया कि उसे न्याय मिलेगा। लेकिन उसे न्याय मिलना तो दूर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की बात कहने भर से ही पुलिसिया र्दुव्यवहार और प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
सहमे छात्र ने कहा- सर पुलिसवाले मुझे फंसा देंगे
छात्र बुरी तरह सहमा हुआ है। एक बार तो वह बात करने को ही तैयार नहीं हुआ, लेकिन जब उसे सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया तो पीड़ा जाहिर करते हुए बोला- सर मैं तो सब जगह से थक हार कर न्याय मांगने मुख्यमंत्री के पास गया था।
मुझे पता होता कि मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय मांगने पर पुलिस नाराज होती है तो मैं जाता ही नहीं। मैंने तो पुलिस अफसरों से निवेदन ही किया था कि मुझे केवल ज्ञापन देना है।
समारोह में हंगामा कर रहा था
वह लड़का कार्यक्रम में हंगामा कर रहा था। उसे समझाया, मगर नहीं माना। इसलिए उसे बाहर किया गया था। थाने लाकर मुर्गा बनाने की बात गलत है। पुलिस ने ऐसा कुछ नहीं किया।
-माधोसिंह, थाना प्रभारी,शिप्रापथ
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