वहीं इस रास्ते से गुजरने वाली गौमती नदी में पानी का बहाव तेज होने की स्थिति में तो शव को पानी उतरने तक घर पर ही रखना पड़ता है।
इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार पंचायत प्रशासन से गुहार कर रास्ता बनवाने की मांग की लेकिन समस्या निराकरण नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक उदासीनता के चलते हर बार इस मार्ग के बनने से पहले ही नरेगा के तहत लाखों रुपए खत्म हो जाते हैं।
इस संबंध में उप सरपंच मीरा गर्ग का कहना है कि सरपंच केशूलाल मीणा का कहना है कि समस्या के बारे में उन्हें पता नहीं है।
वहीं सचिव गुलाबसिंह शक्तावत का कहना है कि उन्हें ड्यूटी ज्वाइन किए छह महीने ही हुए हैं, वे इस बारे में अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं, जबकि उप सरपंच मीरा गर्ग का कहना है कि उन्होंने ग्राम सभा में इस मार्ग के लिए सीसी रोड का प्रस्ताव लिया है। शीघ्र ग्रामीणों की समस्या का निराकरण हो जाएगा।
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