लश्कर ने सेलफोन के जरिए आरडीएक्स से किया था दिल्ली हाईकोर्ट में धमाका?
एनआईए को मिल रहे सुराग से पता चलता है कि धमाका कराने के लिए सेलफोन का इस्तेमाल किया गया हो सकता है। मोबाइल फोन के टुकड़े और इस पर मिले विस्फोटक के निशान से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि जांचकर्ताओं को अब लग रहा है कि धमाके के लिए अमोनियम नाइट्रेट नहीं, बल्कि आरडीएक्स या पीईटीएन का इस्तेमाल किया गया हो सकता है।
यह सुराग अब तक की जांच को एक नई दिशा दे रहा है। सेलफोन से धमाका करने का तरीका बीते दिनों में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी आजमाते रहे हैं। कुछ साल पहले उत्तर कश्मीर के बारामूला में इस तरह पहली बार धमाका किया गया था। भारतीय सेना के काफिले को निशाना बना कर वह धमाका किया गया था।
दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके की जिम्मेदारी हूजी और इंडियन मुजाहिदीन ने ईमेल भेज कर ली है। इस मामले में चार ईमेल आ चुके हैं। इनकी जांच चल रही है, लेकिन अभी तक इनकी सच्चाई का पता नहीं चल पाया है। इस सिलसिले में जो गिरफ्तारियां हुई हैं, उनसे भी कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)