काबुल. अफगानिस्तान  की राजधानी काबुल में मौजूद भारतीय और अमेरिकी दूतावासों के पास छह बम  धमाके हुए हैं। दूसरे देशों के दूतावासों के सामने भी गोलीबारी हो रही है।  शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस हमले में पांच फिदायीन हमलावरों ने बम  विस्फोट किए हैं। हमले में अब तक 4 लोग घायल हुए हैं। इस हमले में सभी  भारतीय सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
अमेरिकी अख़बार वॉशिंगटन पोस्ट  के मुताबिक हमलावर अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमले कर रहे हैं।  अमेरिकी  दूतावास की छत पर मरीन कमांडो ने डटे हुए हैं और हमलावरों को जवाब दे रहे  हैं। अमेरिका दो ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर दूतावास के करीब चक्कर लगा रहे हैं।  पांच हमलावरों में से दो को अफगान एनडीएस फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया है।  लेकिन तीन अब भी गोलीबारी कर रहे हैं। अफगान सुरक्षाकर्मियों ने एक कार पर  ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जब वह रुकी नहीं। स्थानीय खबरों के मुताबिक  डेहमजांग इलाके में दूसरा धमाका हुआ है। इस इलाके में अफगानी संसद,  नीदरलैंड और रूस के दूतावास के अलावा बॉर्डर और ट्रैफिक पुलिस का मुख्यालय  है। इस हमले में एक पुलिस कर्मी मारा गया है।  अफगान टीवी रिपोर्ट के  मुताबिक शिनोजादा अस्पताल के पास गोलीबारी चल रही है। इसी इलाके में  अफगानिस्तान के गृह मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी भी मौजूद हैं।
पुलिस  अधिकारी मोहम्मद जाहिर का कहना है कि बंदूकधारियों का एक समूह अमेरिकी  दूतावास के पास बन रही एक इमारत से वजीर अकबर खान इलाके में गोलीबारी कर  रहा है। इस इलाके में कई देशों के दूतावास हैं। अफगानिस्तान में मौजूद नाटो  का कार्यालय भी इसी इलाके में है। दूतावासों की तरफ जाने वाले रास्तों को  बंद कर दिया गया है।
तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।  तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि वह सरकारी इमारतों को  निशाना बना रहा है। तालिबान प्रवक्ता के मुताबिक, 'आज दिन में करीब एक बजे  काबुल के अब्दुल हक चौराहे के नजदीक फिदायीन हमलावरों ने स्थानीय और विदेशी  खुफिया एजेंसियों पर हमला बोल दिया।' सूत्रों के हवाले से खबर है कि नाटो  के इंटरनेशनल सिक्योरिटी असिस्टेंस फोर्स (आईएसएएफ) का मुख्यालय इस हमले का  एक निशाना है। वहीं, आईएसएएफ प्रवक्ता ने कहा कि काबुल सेंटर पर हमले हो  रहे हैं।
हमलावरों के पास एके-47 के अलावा बम वगैरह बड़ी मात्रा में  बताया जा रहा है। कुछ हफ्ते पहले काबुल के ब्रिटिश काउंसिल दफ्तर पर हुए  फिदायीन हमले में 12 लोग मारे गए थे। तालिबान ने उस हमले की भी जिम्मेदारी  ली थी।
पाकिस्तान में अज्ञात बंदूकधारी ने स्कूल वैन पर बरसाई गोलियां, 5 बच्चों की मौत
पाकिस्तान  में आज बच्चों को हिंसा का शिकार बनाया गया। पेशावर शहर के बाहरी इलाके  में एक अज्ञात शख्स ने स्कूल वैन पर गोलियां बरसा दीं। इस हमले में पांच  बच्चों की मौत हो गई है और 15 अन्य लोग बुरी तरह से ज़ख़्मी हो गए हैं। यह  घटना पेशावर के मट्टानी इलाके में आज दोपहर में घटी जब एक निजी स्कूल की  गाड़ी को निशाना बनाया गया। हमले में गाड़ी का ड्राइवर भी मारा गया है
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 सितंबर 2011
काबुल में भारतीय दूतावास के पास 6 धमाके, अमेरिकी कमांडो ने छत से संभाला मोर्चा
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