रोहतास.बिहार के रोहतास जिले के डालमिया नगर में एक संन्यासी चर्चा का विषय बना हुआ है। यह संन्यासी अपने सीने पर 54 कलशों को स्थापित कर मां दुर्गा की भक्ति में लीन है। बताया जा रहा है कि रोहतास क्लब दुर्गापूजा समिति के पंडाल में भक्ति में लीन यह संन्यासी जम्मू स्थित वैष्णो देवी से आया हुआ है।
उम्र 25 के आसपास है। कलश स्थापित होने से पहले इस युवा संन्यासी स्वामी रक्तांबर जी महाराज ने बताया कि यह साधना उनके लिए काफी सहज है। वे इसे पिछले 10 वर्षो से करते आ रहे हैं। इससे पहले इस साधना को उन्होंने बिहार व झारखंड के अलावा कई अन्य राज्यों में भी कर दिखाया है। अब इसी स्थिति में संन्यासी जी पूरे नवरात्र तक रहेंगे।
किशोरावस्था में ही ले लिया था संन्यास
मूल रूप से बिहार की राजधानी पटना के विकास नगर के रहने वाले स्वामी रक्तांबर जी महाराज ने किशोरावस्था में ही संन्यास ग्रहण कर लिया था। देश के विभिन्न सिद्ध पीठों का भ्रमण करने के बाद वे मां वैष्णो देवी के धाम पर चले गए। अब वही उनका स्थायी साधना स्थल है। इस युवा संन्यासी को देखने बड़ी संख्या में भक्त पूजा स्थल पर आ रहे हैं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 सितंबर 2011
संन्यासी का चमत्कार : सीने पर 54 कलश, मां की अराधना में लीन
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