जिस तरह से 2जी घोटाले में नित नए खुलासे हो रहे है उस हिसाब से लगता है कि जल्द ही मनमोहन सिंह कैबिनेट के कई और मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ सकता है। ताज़ा खुलासे की बात की जाए तो इस बार तो खुद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कठघरे में खड़े नज़र आ रहे है। आखिर वो कबतक इस बात की दुहाई देते रहेंगें कि वे ईमानदार है,और उनपर कोई दाग नहीं है। सभी मानते और जानते हैं कि वह ईमानदार है मगर उनके सरकार में 2जी समेत कई और घोटाले होते रहे और उन्हें खबर तक नहीं हुई यह बात गले से नहीं उतरती है। वैसे प्रधानमंत्री यह बात सार्वजानिक तौर पर कह चुके हैं कि गठबंधन सरकार चलाने की अपनी मज़बूरी होती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं हो सकता कि जनता की गाढ़ी कमाई लुटती रहे और वे गठबंधन सरकार चलाने की दुहाई देकर बचते रहे।
समय आ गया है कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई करे और जनता को सच बताएं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 सितंबर 2011
पीछा नहीं छोड़ रहा 2जी घोटाले का भूत
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