अफगान अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पूर्वी वारदक प्रांत के आतंक वाद प्रभावित जिले सायद अबाद में शुक्रवार की रात तालिबान की ओर से दागे गए रॉकेट ने हेलीकॉप्टर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। हेलीकॉप्टर एक सैन्य अभियान में हिस्सा लेने के बाद अपने मुख्य अड्डे पर वापस लौट रहा था।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मारे गए अमेरिकी सैनिक सेना की विशेष सैन्य टुकड़ी के हिस्सा थे। राष्ट्रपति हामिद करजई ने सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। बयान में सात अफगानी सैनिकों के मौत की पुष्टि करते हुए कहा गया है कि ये लोग लोग विशेष बल के सदस्य थे।
सबसे घातक हमला
करीब दशक भर से जारी अफगान युद्ध में विदेशी सैनिकों पर यह सबसे घातक हमला है। इससे पहले 2006 में तालिबान के रॉकेट हमले में 16 सैनिक मारे गए थे।
आठ आतंकी भी मरे
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि उसका संगठन अमेरिकी चिनूक हेलीकॉप्टर को मार गिराने के लिए जिम्मेदार है। उसने सैन्य अभियान में आठ आतंकवादियों के मारे जाने की बात भी स्वीकारी है।
घटना की कहानी, प्रत्यक्षदर्शी की जुबानी
एक प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद साबेर ने बताया कि उसके गांव में देर रात को अभियान के दौरान एक हेलीकॉप्टर अचानक गिरा। उसने कहा ‘करीब रात दस बजे हमने अपने ऊपर हेलीकॉप्टर उड़ते देखे। हम घर में थे। हमने देखा कि एक हेलीकॉप्टर एक तालिबान कमांडर के घर पर उतरा और ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू हो गई। हेलीकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद वह गिर गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई अन्य हेलीकॉप्टर भी उड़ रहे थे।’
हत्या के मामले में सैनिक को तीन साल कैद
अमेरिकी हिरासत में मई 2010 में एक अफगान की हत्या के मामले में एक अमेरिकी सैनिक को तीन साल कैद की सजा सुनाई गई है। अमेरिकी सेना की कोरल गेब्लस फ्ला इकाई के 23 वर्षीय एडम विनफील्ड को हत्या की साजिश रचने के आरोप में यह सजा सुनाई गई। उस पर कंधार प्रांत में तीन अफगान नागरिकों की हत्या में शामिल रहने का भी आरोप है। सजा के तौर पर उसका ओहदा भी कम कर दिया गया है और उसे भत्तों से भी वंचित कर दिया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)