देश में केंद्र और दिल्ली सरकार को क्या हो रहा है ..उनके लियें ना देश का संविधान ना देश की जनभावना कोई चीज़ है बलके देश के सुप्रीम कोर्ट के आदेश निर्देश भी दिल्ली पुलिस के लियें कोई मायने नहीं रखते .......देश में सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं के किसी भी नागरिक को बिना किसी कारण के गिरफ्तार नहीं किया जाएगा अगर किसी को गिरफ्तार किया गया तो उसे गिरफ्तारी का कारण तुरंत बताना होगा उसके नजदीकी को उनकी फर्द गिरफ्तारी की सुचना देना होगा उनके हस्ताक्षर उनकी फर्द गिरफ्तारी पर करना होगा .देश की जनता और देश की सुप्रीम कोर्ट के लियें यह एक चेंलेजिंग बात है के जब पुलिस सरकार अन्ना जेसे गांधीवादी निरपराधी के साथ सुप्रीम कोर्ट का उलंग्घन कर उन्हें गेर कानूनी रूप से गिरफ्तार कर सकती है तो फिर देश की आम जनता के साथ पुलिस का क्या सुलूक होगा फिलहाल तो सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तार शुदा व्यक्ति के मामले में पुलिस को जो आवश्यक निर्देश दिए हैं उनकी पालना दिल्ली पुलिस ने नहीं की है और ऐसी स्थिति में दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों की अवमानना की है और सुप्रीम कोर्ट को ऐसे लोगों को डी के बसू बनाम उत्तर प्रदेश सरकार मामले में जो दिशा निर्देस जारी किये हैं उसके तहत ऐसे पुलिस अधिकारीयों को जेल भेजने का प्रावधान होने के कारण जेल भेजना चाहिए देखना है के सुप्रीम कोर्ट और संविधान के जानकार इस मामले में अब क्या कदम उठाते हैं .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)