घटना के दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। दुकानें बंद हो गईं। कस्बे में दहशत का माहौल व्याप्त है। घटना को लेकर कस्बेवासियों में रोष था और वे आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग को देर रात तक आंदोलन पर उतारू थे। लोगों ने जयपुर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी आधे घंटे जाम लगा दिया और थाना प्रभारी का घेराव भी किया।
यह था मामला
आरोपी युवक प्रदीप जैन कोटा के विज्ञान नगर का रहने वाला था और चंबल फर्टिलाइजर गढ़ेपान में सॉफ्टवेयर इंजीनियर पद पर कार्यरत था। प्रदीप से 2 मार्च 2006 को देवली की जनता कॉलोनी में रहने वाले प्रकाश चंद जैन की पुत्री सुमन से विवाह हुआ था। करीब आठ माह बाद ही सुमन ने प्रदीप सहित ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया था।
बाद में 10 नवंबर को इनका राजीनामा हो गया, जिसमें रजामंदी हुई कि प्रदीप को उसका बेटा दिया जाएगा। इस बीच 25 अगस्त 2010 को इन्हें तलाक की डिक्री भी मिल गई। प्रदीप अपने साढ़े चार वर्षीय पुत्र को लेने पर आमादा था, लेकिन वह उसे नहीं मिला। दाम्पत्य जीवन से परेशान प्रदीप रविवार सुबह हथियारों से लैस मोटरसाइकिल से ससुराल पहुंचा। जहां घर के गेट पर खड़े साले संजय (35), वहीं पर कपड़े धो उसकी पत्नी किरण (30), साले लोकेश की पत्नी अंकिता, कमरे में मौजूद सुमन (28) तथा प्रकाश चंद (55) को देशी कट्टे से गोली मार दी। इस दौरान प्रदीप ने चाकू का भी उपयोग किया। संजय, किरण, अंकिता व सुमन की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर घायल प्रकाश चंद को कोटा रैफर कर दिया गया।
मोटरसाइकिल पर लाया हथियारों का जखीरा
जिस मोटरसाइकिल पर प्रदीप हत्याकांड को अंजाम देने पहुंचा था। उसमें एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, एक तलवार, दो धारदार चाकू तथा ढाई दर्जन जिंदा कारतूस भी थे। वह दस्ताने, रेनकोर्ट, पेट्रोल से भरी बोतल भी साथ लाया था। मोटरसाइकिल पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई हुई थी।
सवाल
1. प्रदीप के इतने हथियार कहां से आए?
2. जीजा के घर जब प्रदीप पहुंचा तो सब घरवाले कहां गए? या प्रदीप ने उन्हें डरा-धमकाकर भगा दिया?
3. आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस के पास आंसू गैस, रबड़ की गोलियां या कोई अन्य विकल्प नहीं था?
माइक पर साढ़े तीन घंटे सुनाई आपबीती
घटना के बाद आरोपी प्रदीप तेली मोहल्ला स्थित अपने जीजा विनोद जैन के घर पहुंचा और अंदर से कुंदी लगा ली। वह बॉलकानी में रिवाल्वर लेकर खड़ा हो गया। उसने यहां साढ़े तीन घंटे तक फिल्मी अंदाज में हंगामा किया। मीडिया कर्मियों से माइक लेकर पिछले पांच वर्षो की आपबीती सुनाई। इस दौरान भारी भीड़ वहां जमा हो गई। वह बीच-बीच में कभी खुद पर रिवॉल्वर तानता रहा तो कभी भीड़ पर। वह इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे भी लगाता रहा।
पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन वह इस युवक के जुनून के आगे तमाशबीन बने रहे। दोपहर करीब 12:24 बजे उसने खुद को सिर में गोली मार ली। इससे पहले उसने मीडिया को बताया कि उसके दाम्पत्य जीवन में उसका साला संजय रुकावट डाल रहा है। उसे उसका बच्चा राजीनामे के बाद भी नहीं सौंपा जा रहा। इससे परेशान होकर ही वह यह अपराध कर रहा है।
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