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29 अगस्त 2011

'भयानक शोर, तेज रोशनी लेकिन नर्क के अंदर नहीं घुस पाया मैं...'


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अगर आप दूसरी दुनिया में विश्वास रखते हैं और स्वर्ग या नर्क की सैर करना चाहते हैं तो पेनांग ज़रूर जाइये। यहां जे बे गुआ यिन धम्मा सेंटर के मास्टर केक एंग सेंग दावा करते हैं कि वो इस दुनिया ले दूसरी दुनिया में जा सकते हैं।



मलेशिया के सेंग दावे के साथ लोगों को दूसरी दुनिया में ले जाने की बात कहते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि इस मामले में जबरदस्त प्रतिक्रियाएं भी मिल रही हैं। पूरी दुनिया में से लगभग 200 लोगो ने इस आलौकिक यात्रा पर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।



इस रजिस्ट्रेशन प्रकिया में कुछ लोगों को इस यात्रा के लिए योग्य नहीं माना गया और उन्हें मना कर दिया गया। इसमें गर्भवती महिलाओं, मासिक धर्म प्रक्रिया से गुजर रही महिलाओं को अयोग्य घोषित किया गया। कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें अनुकूल जन्मतिथि न होने के कारण अयोग्य माना गया।



डेली चिली की खबर के अनुसार फिलहाल पहले दौर के लिए करीब 50 लोगों को दूसरी दुनिया की सैर के लिए चुना गया है, जिसमें कुछ पत्रकार भी शामिल हैं।



डेली चिली के पत्रकार के अनुसार सभी लोग रात को जॉर्जटाउन में इस यात्रा के लिए इकट्ठे हुए। रात 10.15 बजे कुछ प्राथर्नाओं और ज़रूरी प्रक्रियाओं के बाद हमारी यात्रा शुरू हुई।



इनके अनुसार "मेरी आंखों पर काली पट्टी बंधी थी। थोड़ी ही देर में लाइट बंद कर दी गई। मास्टर सेंग द्वारा उच्चारित किए जा रहे मंत्रों को सुनने के बाद मेरा सिर इतना गर्म हो गया कि जैसे उसमें से गर्म भाप निकल रही हो।" (मास्टर सेंग ने इस घटना के बारे में बताया कि उस दौरान हमारी आत्मा शरीर से बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी।)



अनुभवी ने बताया "ऐसी अनुभूति मुझे तीन-चार बार हुई, लेकिन वो कुछ ही मिनटों में ख़त्म हो गई। आसापास इकट्ठी भीड़ के शोर के कारण मैं ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा ता, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। कुछ ही देर में मुझे अपने सामने प्रकाश दिखाई दिया और मैंने उसका अनुसरण किया, लेकिन फिर जल्द ही मेरा अंधेरे से सामना हुआ। यह सब कुछ एक साइंस फिक्शन फ़िल्म देखने जैसा था।" (बाद में मास्टर सेंग ने बताया कि ये दौर नर्क की ओर मेरी यात्रा का समय था। )



अनुभवी ने बताया "मैं फिर से आस-पास के शोर से घिर गया और नर्क में प्रवेश नहीं कर सका। फिर, मास्टर सेंग ने सभी को वापस आने को कहा। यह प्रक्रिया लगभग 1 घण्टा 15 मिनट चली।"



इस यात्रा के दौरान वहां मौजूद सभी लोगों के अनुभव अलग-अलग थे। आलौकिक दुनिया में पहुंचने की इस अधूरी यात्रा के कारण पत्रकारों और लोगों के चेहरे पर निराशा देख मास्टर सेंग ने कहा कि वो सभी लोगों को जल्द ही दुबारा इस सैर पर ले जायेंगे।

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