डॉर्थी अरनॉल्ड का जन्म 1884 में अमेरिका में हुआ था। उनके पिता एक मशहूर परफ्यूम इंपोर्टर थे। वे सफल लेखिका बनने की कोशिश कर रही थीं। 12 दिसंबर 1910 की बात है, डॉर्थी की उम्र 25-26 के बीच रही होगी। वे सुबह घर से ड्रेस खरीदने का कहकर निकलीं और रात में डिनर के समय तक घर नहीं लौट सकीं। इसके बाद फिर उनके बारे में कभी देखा-सुना नहीं गया। उन्हें आखिरी बार एक किताब की दुकान पर देखा गया था।
वहां उन्होंने एक सहेली से सेंट्रल पार्क होते हुए घर जाने की बात कही थी। डॉर्थी के पिता फ्रांसिस अरनॉल्ड को लगा उनकी बेटी इटली के जॉर्ज ग्रिस्कॉम के साथ भाग गई है। समाज में बेइज्जती के डर से उन्होंने करीब एक महीने तक पुलिस को सूचित नहीं किया। वे खुद ही उसे हर जगह तलाशते रहे। इस काम में उन्होंने प्राइवेट जासूसों की भी मदद ली। बाद में पुलिस ने भी काफी कोशिशें की।
वहां उन्होंने एक सहेली से सेंट्रल पार्क होते हुए घर जाने की बात कही थी। डॉर्थी के पिता फ्रांसिस अरनॉल्ड को लगा उनकी बेटी इटली के जॉर्ज ग्रिस्कॉम के साथ भाग गई है। समाज में बेइज्जती के डर से उन्होंने करीब एक महीने तक पुलिस को सूचित नहीं किया। वे खुद ही उसे हर जगह तलाशते रहे। इस काम में उन्होंने प्राइवेट जासूसों की भी मदद ली। बाद में पुलिस ने भी काफी कोशिशें की।
ग्रिस्कॉम से भी पूछताछ की लेकिन उन्हें भी कोई जानकारी नहीं थी। कई बार उन्हें देखे जाने के दावे किए गए लेकिन तहकीकात के बाद सभी झूठे साबित हुए। ग्रिस्कॉम ने भी उन्हें तलाशने के लिए बहुत से विज्ञापन छपवाए। डॉर्थी के पिता ने भी करीब एक लाख डॉलर खर्च कर दिए लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।
राज़ है गहरा
1910 में न्यूयॉर्क की सड़कों से डॉर्थी अरनॉल्ड ऐसे गायब हुईं कि आज तक उनका पता नहीं चला। उनके बारे में हत्या, आत्महत्या जैसे बहुत से अनुमान लगाए गए लेकिन कुछ साबित नहीं किया जा सका। ये असफल लेखिका दुनिया के लिए राज़ बनकर रह गई।
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