कोटा। कोटा के केन्द्रीय कारागार में कुछ बंदियों के पास थ्री-जी मोबाइल भी हैं। ये बंदी अपने गुर्गो व परिचितों से वीडियो कॉल कर जेल में भी घर जैसी आजादी महसूस कर रहे हैं। नयापुरा पुलिस की हिरासत में चल रहे चौथवसूली के अभियुक्त दीपक माथुर ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस की पूछताछ में वह रोजाना जेल की नई-नई कहानियां सुना रहा है तो अधिकारी तक हैरत में हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बंदी ने बताया कि जेल में बड़ी संख्या में मोबाइल हैं। बंदी सुबह होने के साथ ही मोबाइल जमीन में गाड़ देते हैं और फिर शाम ढलने के बाद जेल बंद होने के साथ ही निकाल लेते हैं। थ्री-जी मोबाइल रखने वाले बंदी दूसरे बंदियों को भी पैसा लेकर यह सुविधा मुहैया करा देते हैं। जब कभी जेल की चैकिंग होती है तो बंदियों को इसकी भनक पहले ही लग जाती है। लंबरदार बंदियों को आकर यह सूचना देते हैं और तलाशी में कोई मोबाइल नहीं मिलता।
वसूली के पैसों से इफ्तार
कांग्रेस नेता व प्रोपर्टी व्यवसायी से वसूली गई रकम में से कुछ पैसों को बंदी ने जेल में अन्य बंदियों की 'खिलाई-पिलाई' में भी खर्च किया। बंदी ने बताया कि उसने जेल में दो बार बंदियों को रोजा इफ्तार की दावतें दी। उसने खुद ने भी कुछ दिन रोजे रखे थे। पुलिस फिलहाल उससे वसूली की रकम में से कोई बरामदगी नहीं कर पाई है। कुछ बैंक खाते पुलिस की जांच के दायरे में आए हैं, जिनका सोमवार को रिकॉर्ड लिया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)