आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

31 अगस्त 2011

ये जगह है बिल्लियों की जन्नत



| Email Print


साइप्रस स्थित मोनेस्ट्री ऑफ सेंट निकोलस ऑफ द कैट्स एक पवित्र स्थल है, जिसे बिल्लियों की जन्नत कहा जाता है। मोनेस्ट्री का निर्माण 327 ईसवी में साइप्रस के पहले बायज़ैंटाइन गवर्नर कालोकेरॉस ने करवाया था। कॉन्सटैंटाइन द ग्रेट की मां सेंट हेलेना ने उनका साथ दिया था।



उस दौर में साइप्रस में भारी सूखा पड़ा था। पूरे शहर में सांपों की भरमार हो गई थी। लोग सांपों के डर से ये आईलैंड छोड़कर जाने लगे और मोनेस्ट्री का निर्माण मुश्किल हो गया था। ऐसे में सेंट हेलेना ने सांपों से लड़ने के लिए मिस्र और फिलिस्तीन से एक हजार बिल्लियां मंगवाई थीं। अगले कुछ सालों तक बिल्लियों ने अपना काम किया और ये इलाका कैट्स पैनिनसुला कहलाने लगा। खाने के समय संत घंटी बजाकर बिल्लियों को बुलाते थे। पूरे यूरोप से लोग इनके दर्शन करने आने लगे।



एक संत द्वारा लिखित प्राचीन दस्तावेजों से पता चलता है कि उनके शरीर के कुछ हिस्से नहीं होते थे। कुछ बिल्लियों की आंखें नहीं थीं। ये सांपों से लगातार लड़ने का नतीजा था। फादर स्टीफेन डे लूसिग्नन ने लिखा था कि 1580 में बायजैंटाइन संतों को इसके आसपास की जमीन दान में दी गई थी। इसके बदले उन्हें सौ बिल्लियों की देखभाल करना थी और दो वक्त खाना देना था।



तुर्किश हमलों के दौरान ये मोनेस्ट्री नष्ट कर दी गई थी और संतों को मार दिया गया था। बिल्लियां द्वीप पर भूखी-प्यासी भटकने लगीं। आज भी वहां हजारों बिल्लियां हैं और लोग उनका शुक्रिया अदा करते हैं। 1983 में ये मोनेस्ट्री फिर से बनाई गई है।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...