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04 अगस्त 2011

सरेआम भाई को दौड़ा-दौड़ाकर घोंपे चाकू, कर दी हत्या

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जयपुर। न्यू सांगानेर रोड पर सुबह 10 बजे..बाजार खुल चुका था, चाय की दुकान पर भीड़ के बीच चचेरे भाई को ही चाकू मारा। अफरातफरी मची, मगर किसी ने विरोध नहीं किया। घायल युवक भागा और आरोपी खून से सना चाकू लेकर उसके पीछे दौड़ा। उसने 11 वार किए, पर सैकड़ों की भीड़ में न किसी ने उसे रोका, न ही पुलिस बुलाई। उसने खुद ही राह चलती किसी की बाइक रुकवाई और हाथ में चाकू लिए हुए सोढाला थाने पहुंच गया। इधर, करीब बीस मिनट तक युवक की लाश सड़क के समीप फुटपाथ पर पड़ी रही। उसके चारों तरफ खड़ी भीड़ पुलिस का इंतजार करती रही।
दरअसल, धनराज प्रजापत (23) ने अपने चचेरे भाई घनश्याम उर्फ श्यामा प्रजापत (28) की पत्नी से करीब तीन माह पहले अवैध संबंध बनाया। इसके बाद उसकी वीडियो क्लिपिंग बनाकर घनश्याम को ही भेज दी। इतना ही नहीं, वह उसे इसके ताने भी देने लगा। इससे अवसाद में आए घनश्याम ने दो माह पहले पत्नी को टोंक स्थित अपने गांव पवालियां भेज दिया और धनराज से बदला लेने की योजना बनाई। पांच दिन पहले वह चाकू खरीदकर ले आया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घनश्याम की न्यू सांगानेर रोड पर राजश्री पब्लिक स्कूल के समीप स्थित चाय की दुकान पर धनराज अकसर बैठता था। गुरुवार सुबह 10 बजे भी वह आकर बैठा। दोनों में कुछ कहासुनी हुई और घनश्याम ने चाकू निकालकर धनराज की गर्दन पर वार कर दिया। इससे वहां बैठे लोग भाग खड़े हुए। धनराज भी चिल्लाता हुआ भागा और घनश्याम उसके पीछे दौड़ा। चंद कदम दूर डेयरी की दुकान के बाहर घनश्याम ने धनराज को पकड़कर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे अचेत होकर धनराज वहीं गिर पड़ा। फिर खून से लथपथ हालत में ही उसने चाकू हाथ में लिए एक बाइक सवार को रुकवाया और उस पर बैठकर वहां से चला गया।
पुलिस के अनुसार दुकान पर धनराज ने घनश्याम को उसकी पत्नी के अनैतिक संबंधों की बातें कहकर ही उकसाया था। उधर, मौके पर पहुंची पुलिस ने जीप में लहुलुहान धनराज के शव को जीप में रखा, तभी वहां पहुंची 108 एंबुलेंस भी पहुंच गई और शव को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया।
दिनदहाड़े हुई हत्या तमाशबीन बनी भीड़
दिनदहाड़े भीड़भाड़ वाले बाजार में घनश्याम ने धनराज के सीने, गर्दन, हाथ, पेट व अन्य हिस्सों में ताबड़तोड़ 11 वार किए। धनराज बचाव के लिए चीख रहा था, मगर बाजार में मौजूद राहगीर, स्थानीय लोग व दुकानदार हत्या की वारदात को इस तरह से देख रहे थे मानो सड़क पर कोई तमाशा चल रहा हो।
..ताकि कोई क्लिपिंग बनाने की हिम्मत न करे
पत्रकारों के पूछने पर आरोपी ने कहा- धनराज को इसलिए ऐसी मौत दी ताकि कोई और अश्लील क्लिपिंग बनाने की हिम्मत न जुटा पाए।

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