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लंदन। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह की खोजने का दावा किया है जो पूरी तरह हीरों से बना है। मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने अपनी गैलेसी मिल्की वे में किसी समय एक बड़े तारे रहे ग्रह की खोजा है जो पूरी तरह कीमत चट्टानों (हीरों) से बना है। वैज्ञानिकों ने पहले बड़े तारे के विघटन से बने एक छोटे तारे पल्सर को खोजा और उसके बाद उन्हें इसकी परिक्रमा करते हुए यह ग्रह मिला। पल्सर तेजी से घूमने वाले छोटे आकार के तारे होते हैं। इनका व्यास 10 मील से ज्यादा या एक छोटे शहर जितना होता है। इसकी परिक्रमा करता ग्रह करीब 40000 मील चौड़ा है जोकि पृथ्वी के व्यास से करीब 5 गुना ज्यादा है। ग्रह पल्सर के इतने नजदीक है कि अगर यह और बड़ा होता तो इसके गुरुत्वाकर्षण से नष्ट हो जाता। पल्सर अपनी धुरी पर एक मिनट में 10000 बार चकर लगाता है और इसका द्रव्यमान सूर्य की तुलना में 1.4 गुना ज्यादा है। शोधकर्ताओं के दल के सदस्य डॉ. माइकल कीथ बड़े तारे से बने दोनों पिंड कार्बन और हाइड्रोजन से बने होने चाहिए। इनका घनत्व इतना ज्यादा है कि तारे का बड़ा हिस्सा हीरे जैसी चट्टानों से बना होना चाहिए।
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