में जानता हूँ
तुम तो
भुला दोगे मुझे ...
मेरी उन यादों को
मेरी उन बातों को
बस यूँ ही
हवा में उड़ा दोगे तुम
लेकिन
में तो
ऐसा नहीं कर सकता
क्यूंकि
मेने तो तुम से
मोहब्बत की है .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 अगस्त 2011
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अति सुन्दर मन मोहित होगया आप के ब्लॉग पे आने से इस केलिए आप को बहुत बहुत धन्यवाद्
जवाब देंहटाएंआप मेरे ब्लॉग पे भी अपना कीमती समय निकाल के आवे
बेहतरीन...
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