नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी के चारों तरफ कचरे के करीब 5 लाख टुकड़े तैर रहे हैं २२ जिनकी रतार 17,500 मील/घंटा तक है। हाल ही आईएसएस की तरफ कबाड़ उपग्रहों का कचरा बढ़ता देखा गया था हालांकि, बाद में इसका मार्ग बदल गया। मिशन के मुय शोधकर्ता डॉ. माकरे कास्त्रोनुओवो ने कहा कि हम प्रतिवर्ष 5-10 बड़े टुकड़ों को उपग्रह से धकेल कर समुद्र में गिराएंगे।
उपग्रह कैसे करेगा सफाई
उपग्रह के अगले हिस्से में एक प्रोपेलेंट किट (विशेष धक्का मारने वाला उपकरण) लगा होगा जो कचरे को धकेलते हुए पृथ्वी के वायुमंडल ले आएगा। इसके अलावा कुछ छोटे-छोटे उपग्रह और भेजे जाएंगे जिनमें रोबोटिक आर्म (हाथ) लगे होंगे जो ऐसे कचरों को खींचकर पृथ्वी के वायुमंडल में छोड़ देंगे।
रोबोटिक आर्म के जरिए इन कचरे के टुकड़ों पर आयन-इंजन थ्रस्टर लगाए जाएंगे जो इन्हें धकेलते हुए पृथ्वी तक ले आएंगे।
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