नई दिल्ली. भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए मजबूत लोकपाल की मांग कर रहे अन्ना हजारे के आंदोलन पर अलग-अलग राय आने का सिलसिला जारी है। आईटी जगत के दिग्गज और यूआईडी आयोग के अध्यक्ष नंदन नीलेकणी की नज़रों में अन्ना हजारे का आंदोलन सही नहीं है। इस मुद्दे पर मीडिया में दिए गए बयान में नीलेकणी ने कहा है कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि लोकपाल बिल को लेकर यह आंदोलन यहां तक कैसे पहुंच गया। नीलेकणी के मुताबिक जब यह मुद्दा संसद की स्थायी समिति के पास विचार के लिए भेज दिया गया है तो हमें इस प्रक्रिया पर भरोसा दिखाना चाहिए। हमें संसदीय प्रणाली पर सवाल नहीं उठाना चाहिए। मैं यह नहीं कहता कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मजबूत लोकपाल कानून नहीं बनना चाहिए। लेकिन यह देश को सुधारने के लिए १०-१५ उपायों में से सिर्फ एक उपाय है।
वहीं, मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने अन्ना हजारे की जमकर तारीफ की है। महिंद्रा ने अपने अंदाज में अन्ना की तारीफ करते हुए कहा, मुझे यह देखकर अच्छा लगता है कि मीडिया को पसंद करने वाले युवा भारत के नेता की छवि बहुत खूबसूरत नहीं है। ज़िंदगी के आठवें दशक में चल रहा यह नेता धोखा देने वाले नहीं लगता है।
जबकि, राजनीतिक हलके से अन्ना के पक्ष में बयान आया है। पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने अन्ना हजारे के लोकपाल बिल को संसद में प्राइवेट मेंबर्स बिल के तौर पर पेश करने की इच्छा जताते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि देश के नेता अपने गिरेबां में झांकें। उनकी नज़रों में अन्ना का आंदोलन देश के राजनेताओं की नाकामी बताता है। वरुण का मानना है कि अन्ना के बिल में खामियां हो सकती हैं। लेकिन यह बिल सरकार की तरफ से पेश बिल से कहीं बेहतर हैं। वरुण गांधी ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा है कि उन्होंने बिल को लेकर लोकसभा में नेता, प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज से बातचीत की है। वरुण का कहना है, 'मुझे लगता है कि इस तरह से मैं अपने स्तर पर इस बिल को कानून बनाने में थोड़ी मदद कर सकता हूं।'
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 अगस्त 2011
नीलेकणी की नज़रों में अन्ना का आंदोलन गलत, वरुण की सीख- गिरेबां में झांकें नेता
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मै नन्दन नीलकेनी जी के विचारों से पुर्ण रूप से सहमत हूँ ..........
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