धाकडख़ेड़ी के नागरिक सोमवार को अपनी समस्याओं को लेकर महापौर से मिले थे। उन्होंने मंगलवार को गांव का निरीक्षण करने का आश्वासन दिया था। मंगलवार सुबह वहां जाने से पहले महापौर ने एक जेसीबी व डंपर गांव में भेजा, जो गांव के बाहर पड़े कचरे को उठाकर लौट गया। इसके बाद वे यहां सुभाष कॉलोनी में पहुंची और वहां कीचड़ की समस्या को देखते हुए उन्होंने सीसी रोड बनाने का आश्वासन दिया। बावजूद इसके गांव की महिलाएं नहीं मानी। वे अड़ गई कि हम यहां किस तरह परेशान होते हैं, महापौर एक बार खुद इस कीचड़ में चलकर देखे तो सही।
महिलाओं की जिद को देखते हुए महापौर कीचड़ में उतर तो गईं लेकिन उनसे चला नहीं गया। महापौर ने कीचड़ में पांव रखकर सड़क पार करने की कोशिश की। बड़ी मुश्किल से वे दूसरी तरफ पहुंची। इसके बाद उन्होंने वहां की गलियां देखी। यहीं मिली एक बुजुर्ग महिला शांति बाई को बीपीएल की सुविधा दिलाने आश्वासन भी दिया। सुभाष कॉलोनी में महावीर सुमन आदि ने अतिक्रमण हटाकर पुलिया बनाने की मांग की।
लोगों ने रोका, गार्ड की कहासुनी
महापौर यहां से धाकडख़ेड़ी चौराहे पर आकर कोटा आने लगी तो कुछ स्थानीय युवक जगदीश कुमार, भीमराज कुशवाह सहित अन्य उनकी गाड़ी के आगे आ खड़े हुए। उन्होंने गांव की समस्याएं भी देखने की जिद की। महापौर ने कहा कि उन्होंने हालात देख लिए हैं और वे समस्याएं दूर करने का प्रयास करेंगी लेकिन, युवक नहीं माने। उनके गार्ड ने समझाने की कोशिश की तो ग्रामीण उनसे भी उलझ गए। ग्रामीणों ने कह दिया कि नहीं आएंगी तो क्या हुआ, दूसरा महापौर आएगा। चुनाव के समय तो खूब पैदल घूमीं, आज इंकार कर रही हैं। इस पर महापौर ने उनसे बात की। लोगों ने सड़क पर कीचड़ की समस्या बताई तो मेयर ने सड़क बनाने का भरोसा दिलाया। महापौर के साथ उपमहापौर राकेश सोरल, पार्षद नरेन्द्र खींची, दीपक बंशीवाल सहित अन्य सदस्य मौजूद थे
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