लाइव: अन्ना की हुंकार- 30 तक बिल पास न हुआ तो जेल भरो, आमरण अनशन
नई दिल्ली. चार दिन से अनशन कर रहे अन्ना अजारे ने रामलीला मैदान से शुक्रवार को हुंकार भरी कि जन लोकपाल बिल संसद में पेश होने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार बहुमत में है। वह कैसे बिल पारित कराती है, यह वह जाने। हमें इस सत्र में जन लोकपाल बिल पारित हुआ देखना है। जब तक ऐसा नहीं हुआ तब तक हमारा अनशन जारी रहेगा। मरने के बाद ही मेरा अनशन खत्म होगा। उन्होंने कहा कि 30 अगस्त तक बिल पारित नहीं हुआ तो देश भर में जेल भरो आंदोलन होगा और आमरण अनशन जारी रहेगा।
टीम अन्ना के कड़े रुख के बाद एक बार फिर सरकार ने झुकने के संकेत दिए। कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि अगर कोई सांसद निजी विधेयक के तौर पर जन लोकपाल बिल का ड्राफ्ट सदन में पेश करता है तो उस पर विचार किया जा सकता है।
इससे पहले अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में अपने समर्थकों में जोश भरते हुए कहा, 'युवा शक्ति राष्ट्रशक्ति है। राख के ढेर से जापान खड़ा हो गया तो अपना देश भी खड़ा हो जाएगा। इस देश का युवक जग गया है। इस समाज और देश का उज्ज्वल भविष्य दूर नहीं। जिन गद्दारों ने देश को लूटा है, उन्हें हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। अपनी आज़ादी को हम हरगिज भुला सकते नहीं, सिर कटा सकते हैं मगर सिर झुका सकते नहीं।' अन्ना ने कहा कि अनशन से हमारा वजन घटेगा, लेकिन जोश बढ़ेगा।
74वर्षीय अन्ना हजारे ने 16 अगस्त से अनशन शुरू किया है। उसी दिन से तिहाड़ जेल में रह रहे अन्ना अपनी शर्तों पर शुक्रवार को बाहर निकले। इस दौरान अनशन के बावजूद उनके तेवर में कमी नहीं दिखी। जेल के गेट पर मौजूद हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा, ‘क्रांति की शुरुआत हो गई है। अन्ना रहे न रहे क्रांति की मशाल जलती रहे। इस मशाल को बुझने न दें। आजादी के 64 साल बाद भी हमें असली आजादी नहीं मिल पाई है। यह आजादी की दूसरी लड़ाई है। यह अत्याचार मुक्त भारत का आंदोलन है।’ उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को पुरजोर समर्थन देने के लिए जनता का शुक्रिया अदा किया।
अन्ना तिहाड़ से तिरंगे से सजे खुले ट्रक पर सवार होकर मायापुरी की ओर रवाना हुए। उनके साथ दो किलोमीटर तक लोगों का हुजूम भी चल रहा था। अन्ना के साथ ट्रक पर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया सहित कई सहयोगी भी थे। भारी बारिश के बावजूद लोगों का हौसला नहीं टूटा और अन्ना के साथ जुड़ने वाले लोगों की संख्या बढ़ती ही गई। मायापुरी के बाद अन्ना कार में सवार होकर राजघाट पहुंचे। वहां से वह रामलीला मैदान पहुंचे।
इस बीच, अन्ना के समर्थन में देशभर में प्रदर्शन जारी है। आज मुंबई में डिब्बावालों ने हड़ताल रखी। वहीं राजस्थान के उदयपुर में चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने बंद रखा। मुंबई में भारत मर्चेंट चैम्बर की ओर से भुलेश्वर से आजाद मैदान तक रैली आयोजित की गई। कोलकाता में सिटी सेंटर पर अन्ना के आंदोलन के समर्थन में एक सभा हुई।
रामलीला मैदान का आंखों देखा हाल
मंच से मनमोहन सिंह और कपिल सिब्बल को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। व्यंग्यातक टिप्पणियां कर कहा जा रहा कि मनमोहन सिंह को नींद कैसे आ जाती है।
सरकार पर निशाना साधते हुए यह छंद पढ़ा गया-
सियासी भेड़ियों थोड़ी गैरत जरूरी है
तवायफ तक किसी मौके पर घुंघरू तोड़ देती है
राजा बुंदेला ने भी यहां आए लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर तीर चलाए और राहुल गांधी के पुणे जाने पर प्रश्नचिन्ह उठाया।
यहां पहुंचे ज्यादातर लोगों में कॉलेजों और स्कूलों के छात्र हैं जो समूहों में यहां पहुंच रहे हैं। राजघाट से रामलीला मैदान की ओर आने वाली सड़क युवाओं से भरी है। मैदान भरा हुआ है और अंदर जितने लोग नहीं हैं, उससे कहीं ज्यादा बाहर हैं।
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