आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

28 जुलाई 2011

जरा हंस भी लो यार .....

गब्बर- ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर... ठाकुर - ले ले मेरे हाथ ले ले, बसंती को भी ले जा, जा...और वीरू भी ले जा...दुर्गा माता बन जा तू ! गब्बर- सॉरी यार, तू तो जज्बाती हो गया यार.. रहने दे..मत दे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...