कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि देश में कुछ निश्चित सम्मान के प्रतीक होते हैं। किसी भी व्यक्ति को उन प्रतीकों के प्रति सावधान और संवेदनशील होना चाहिए। जयराम राजस्थान के बीकानेर,कोलायत में मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल योजना में शिरकत करने गए थे।
मंच पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। उन्हें सम्मान में सूत की माला पहनाई गई थी। जयराम ने मंच पर बैठे-बैठे उसी सूत की माला से अपने जूते साफ किए। पार्टी नेता और कार्यकर्ता जयराम के इस कृत्य से हैरान रह गए।
आलाकमान ने जयराम से भी अपनी नाखुशी जता दी है। इस बीच,जयराम दिल्ली में इस बाबत सवालों का जवाब देने से कतराते रहे। उन्होंने इस संबंध में पूछे गए सवाल पर झुंझलाहट में कहा कि कुछ गंभीर बहस होने दीजिए।
गौरतलब है कि जयराम पहले भी अपने बयानों के चलते विवाद के केंद्र में रहे हैं।
आपकी राय आखिर क्यों करते है रमेश इस तरह की हरकतें बार-बार? क्या वह इतने भोले हैं कि वह ऐसा भूलवश कर बैठते है या फिर चर्चा में बने रहने के लिए ऐसा करते हैं?आप क्या सोंचते हैं हमें बताएं
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