दिग्विजय सिंह के मुंबई धमाकों में हिंदूवादी संगठनों का हाथ होने और आरएसएस पर बम बनाने के कारखाने चलाने के आरोपों के बाद, रविवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ उज्जैन और शाजापुर में प्रदर्शन किए और काले झंडे दिखाए। लेकिन दिग्विजय सिंह के साथ चलने वाले कार्यकर्ताओं ने भी जवाबी हमला किया और आरोप के अनुसार सिंह ने खुद भी चांटे लगाए।
दिग्विजय सिंह की चुनौती
सिंह ने दिल्ली में एक पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री को उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि बम फेंकने वालों के खिलाफ अवाज उठाना यदि अराजकता है तो वे ये अराजकता करते रहेंगे, प्रदेश सरकार को जो करना हो कर ले। उन्होंने कहा कि इन हमलों से वे डरने वाले नहीं हैं और वे आरएसएस के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस बारे में वे एक पत्र भी शिवराज सिंह चौहान को लिख रहे हैं।
चौहान ने कहा पहले ही दी थी चेतावनीमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पत्रकारों से चर्चा में आरोप लगाया था कि दिग्विजय सिंह प्रदेश में अराजकता फैला रहे हैं। उन्होंने बताया कि सिंह को पहले ही चेतावनी दी गई थी कि वे उज्जैन और शाजापुर न जाएं क्योंकि वहां उनके खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी है। लेकिन उन्होंने पुलिस अफसरों को कहा कि वे अपना काम करें, और उन्हें (दिग्विजय सिंह) अपना काम करने दें।
भड़की बीजेपी
बीजेपी के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है और इस तरह के आरोप लगाकर दिग्विजय सिंह जांच की दिशा बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिग्विजय पार्टी हाईकमान की भाषा बोल रहे हैं।
आरएसएस ने कहा खुद की छवि खराब कर रहे हैं दिग्विजय
आरएसएस के प्रवक्ता राम माधव ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा कि वीडियो में जिस तरह दिग्विजय सिंह गाड़ी से उतरकर कार्यकर्ताओं का पीछा करते हुए दिख रहे हैं उससे उनकी छवि और खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि सिंह जिस तरह से भ्रष्ट तत्वों और देश विरोधी ताकतों का समर्थन कर रहे हैं, इसके बाद उन्हें कुछ ज्यादा नहीं कहना है।
कांग्रेस ने किया किनारा
कांग्रेस ने आज पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह के बयानों से किनारा करते हुए कहा कि जांच प्रक्रिया में गैर जरूरी अटकलें लगाना और उसे सांप्रदायिक रंग देना ठीक नहीं है। मुंबई धमाकों में आरएसएस का हाथ होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि इसकी जांच अभी चल रही है औऱ किसी भी नतीजे पर पहुंचना गलत है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और वे उनका स्थान नहीं ले सकते। दिग्विजय सिंह के बयानों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह उन्हीं से पूछा जाए तो बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि गैर जरूरी अटकलें लगाना या आतंकवाद को सांप्रदायिक दृष्टिकोण से देखना उन लोगों पर जख्म छिड़कना है, जो हमलों के दंश के साथ जीवन काटने वाले हैं।
विधानसभा में हंगामा
दिग्विजय सिंह पर ‘हमले’ को लेकर आज राज्य विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेसी सदस्यों ने शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाया और सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी।
सोमवार को सदन में शून्य काल शुरु होते ही कांग्रेस के सदस्यों ने यह मामला उठाया। उन्होंने आरोप लगाए कि भगवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय सिंह पर हमला किया। कांग्रेसी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के गर्भगृह में पहुंच गए और वहां धरना दे दिया। इसके बाद स्पीकर ईश्वरदास रोहाणी ने विधानसभा की कार्रवाई पहले १५ मिनिट और फिर डेढ़ घंटे के लिए स्थगित कर दी। बाद में स्पीकर ने कांग्रेस के विधायकों को आश्वासन दिया कि मामले पर मंगलवार को चर्चा कराई जाएगी। इसके बाद कार्यवाही ठीक तरह से चली।
विपक्ष के नेता अजय सिंह ने कहा कि जब प्रदेश
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