यह तुमने
क्या कर डाला
जो फुल थे
आपके हिस्से के
उन फूलों को
मेरी
अर्थी पर क्यूँ डाला
यह कांटे ही हैं
मेरी किस्मत
जिन्होंने
मेरी मृत शय्या को
एक केक्टस बना डाला ...................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
क्या कर डाला
जो फुल थे
आपके हिस्से के
उन फूलों को
मेरी
अर्थी पर क्यूँ डाला
यह कांटे ही हैं
मेरी किस्मत
जिन्होंने
मेरी मृत शय्या को
एक केक्टस बना डाला ...................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
very touching...
जवाब देंहटाएं