आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

17 जुलाई 2011

आज शबे बरात यानी इबादत की रात है

दोस्तों हिन्दू सनातन धर्म में श्राद्ध और मुस्लिम धर्म में शबेबरात करीब एक ही तरह के मिलते जुलते त्यौहार है इस दिन मुस्लिम भाई अपने पूर्वजों की रूह कीइच्छित  खाद सामग्री बनाते है और फातिहा दिलवाते है ..दूसरी बात यह है के इसी दिन मुस्लिम भाइयों के हिसाब किताब की रात होती है गुनाह और सवाब के खाते खुलते हैं पुराने खाते बंद होते है और इस दिन और रात को इबादत की रत होती है रोज़े रखे जाते हैं अपने गुनाहों की माफ़ी मांगी जाती है ..तो दोस्तों शबेबरात के इस त्यौहार पर में भी अप सभी भाई बहनों से मेरी गुस्ताखियों और नादानियों की माफ़ी चाहता हूँ उम्मीद है आप मुझे माफ़ करेंगे ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...