डॉक्टर्स डे की पूर्व संध्या पर डोक्टर बने हेवान दोस्तों यह कोई फ़िल्मी डायलोग नहीं एक तरफ तो देश भर में डॉक्टर अपना दिवस बनाने की त्य्यारियों में जुटे थे तो दूसरी तरफ राजस्थान के डॉक्टर अपने कम का बहिष्कार कर राजस्थान के अस्पतालों में बिमारियों से मरीजों को तड़पता हुआ देख कर खिल खिला रहे थे ....डोक्टर विधान चन्द्र राय जिसकी याद में यह दिवस बनाया जाता है वोह पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री थे और चिकित्सा सेवा में इनका नाम था दिनांक एक जुलाई १९६२ में ८८ साल की आयु में उनकी म्रत्यु के बाद इस दिन को डोक्टर दिवस के रूप में मनाया जाने लगा लेकिन राजस्थान के डॉक्टरों की यह क्रूरता वाली हारकर देख कर खुद डोक्टर राय की आत्मा भी तड़प रही होगी यहाँ सीकर में एक बच्ची ने इलाज के आभाव में दम तोड़ दिया तो राजस्थान के हर जिले के मरीज़ बिस्तर पर तड़पते रहे ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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