दोस्ती किसी से
कुछ
यूँ निभा लो ..
कि उसके दिल के
सरे गम
चुरा लो ..
इतनी चाहत
लुटा दो
उन पर दोस्ती की..
के खुदा भी
कह डाले
यार तुम
हमे भी
अपना दोस्त बना लो ....
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कुछ
यूँ निभा लो ..
कि उसके दिल के
सरे गम
चुरा लो ..
इतनी चाहत
लुटा दो
उन पर दोस्ती की..
के खुदा भी
कह डाले
यार तुम
हमे भी
अपना दोस्त बना लो ....
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
dosti kisi nibha lo... waah! bhut khub...
जवाब देंहटाएं