आपका-अख्तर खान

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15 मई 2011

आत्मा को संवार लो ...

एक आयने के सामने 
यूँ खुद को 
संवारने वालों ,
ब्यूटी पारल्यर जाने वालों 
क्यूँ यूँ 
अपने जिस्म को संवारते हो 
इस जिस्म को तो 
एक दिन 
मिटटी में मिल जाना है 
अगर संवारना है तो आत्मा संवारो 
यही है जिसे 
तुम्हारे साथ जाना है ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

  1. पति द्वारा क्रूरता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव अपने अनुभवों से तैयार पति के नातेदारों द्वारा क्रूरता के विषय में दंड संबंधी भा.दं.संहिता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव विधि आयोग में भेज रहा हूँ.जिसने भारतीय दंड संहिता की धारा 498-ए के दुरुपयोग और उसे रोके जाने और प्रभावी बनाए जाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. अगर आपने भी अपने आस-पास देखा हो या आप या आपने अपने किसी रिश्तेदार को महिलाओं के हितों में बनाये कानूनों के दुरूपयोग पर परेशान देखकर कोई मन में इन कानून लेकर बदलाव हेतु कोई सुझाव आया हो तब आप भी बताये.

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दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

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