आपका-अख्तर खान

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23 अप्रैल 2011

एक सीख.........

एक छोटी सी सीख 
जो अपनी 
जिंदगी में 
सीख लो 
छोटी सी है 
जिंदगी 
हंस के जियो ,
भुला के गम सारे 
सर उठाकर 
जियो .
उदासी में क्या रखा है 
जरा मुस्कुरा के जियो 
अपने लियें 
ना सही 
अपनों के लियें 
जियों 
और जियो 
तो बस 
मुस्कुरा कर जियो ...................... .अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत खूब अख्तर भाई......बड़ा ही अच्छा लिखा रहे है....
    जिंदगी जिन्दादिली का नाम है..मुरदा दिल क्या खाक जिया करते हैं...

    जवाब देंहटाएं
  2. खान साहब आप अकेले कहाँ
    आपने हँसने की 'सीख' दे
    अपना कर लिया सारा जहाँ
    रो रो के न पहुँचा कोई जिस जगह
    आपने हँस के पहुंचा दिया सबको वहाँ

    आपकी शानदार प्रस्तुति के लिए मेरा सादर सलाम.

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति| धन्यवाद|

    जवाब देंहटाएं

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