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30 अप्रैल 2011

अफरोज के ऐसे भी हैं अकबर

 जी हाँ दोस्तों राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अफरोज के अकबर ऐसे नायाब हैं जो अपनी अम्मी से कभी जुदा नहीं होते और अम्मा अफरोज हैं के बढ़े बेटे आरिफ से खूब बेईमानी करती है वोह आरिफ के हिस्से का प्यार भी अकबर  पर लुटा रही है ...यह बात कहने को तो भुत भुत छोटी है लेकिन इस्लाम के एतेबार से समाज के एतेबार से खूब बेईमानी का काम है बच्चे है तो प्यार तो बराबर का ही मिलना चाहिए खेर एक दिन अफरोज के अकबर बहुत बहुत बढ़े हो गए इतने बढ़े के लोग उन्हें दूर दूर से देखने आने लगे अब यह जनाब अपने आधुनिक अंदाज़ में हाथों में रुमाल डाले ,गले में हीरों की माला डालकर खुशबु बिखेरते हुए लाखों की कार से जब उतरे तो इनकी माँ अफरोज बढ़े बेटे को पिच्छे धकेल कर कार के आगे बढ़ी लेकिन यह क्या कर में बेठे अकबर उत्तरते इसके पहले ही अकबर की नई नवेली लवमेरिज  बीवी डेकोला डेमोस्तो ने हाथ बढाया और अकबर को निचे उतरने से रोक दिया वोह बोली यहाँ क्या रुकते हो पहले  मेरी अम्मी के यहाँ चलो तब फिर यहाँ की सोचेंगे अकबर ने अपनी माँ को देखा और उसे सलीम अनारकली का किस्सा याद आ गया उसने ड्राइवर से कहा चलो में साहब जहां चाहती है वहीं चलो और जनाब अकबर की अम्मी अपने प्यारे सबसे प्यारे बेटे से मिलने की आस सीने में दबाए चुप चाप ठिठक गयी तब बढ़े बेटे आरिफ की गाँव की जाहिल बीवी ने पुकारा अम्मी रोवो मत हम हेना और वोह अपनी इस सास को मनाने लगी क्या यही है जिंदगी ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

2 टिप्‍पणियां:

  1. जनाब अख्तर खान साहब वन्दे मातरम, यह कमेन्ट हमने ब्लॉग की खबरे पर प्रकाशित किया था पर जमाल साहब ने उसे हटा दिया, आपसे विशेस रूप से गुजारिश है की नीचे दिए गए लिंक पर जाय और बताये इसमें क्या गलत है और क्या सही. मैं व्यक्तिगत तौर पर आपको पसंद करता हूँ.
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    यह इंटरव्यू पढ़कर बहुत गहरा सदमा लगा मुझे, वर्ष के सबसे चर्चित ब्लोगर में सलीम का नाम आया और निकाल दिया गया. जमाल मियां जरा गौर करिए काफी उठापटक चल रही है, सलीम मियां तो इस वर्ष शांत हैं. चर्चित तो आप उनसे जादा हैं. कही आपका नाम तो नहीं आ गया. ब्लॉग की खबरे सच लिखता तो जमाल बाबु आप मेरे कमेन्ट नहीं हटाते और बुलाने पर हल्ला बोल पर भी आते. अरे यार क्यों झूठ बोलते हो. और रविन्द्र जी को सलीम क्या सम्मान देंगे, उनकी हस्ती बहुत बड़ी है, LBA को पहचान उन्ही ने दिया है. उससे पहले भी उनका नाम जाना पहचाना था. आप दोनों से अधिक चर्चित अख्तर खान अकेला हैं जो हमेशा राष्ट्रवाद और प्रेम की बात करता है.
    समय मिले तो इस ब्लॉग को देखकर अपने विचार अवश्य दे
    देशभक्त हिन्दू ब्लोगरो का पहला साझा मंच - हल्ला बोल

    जवाब देंहटाएं
  2. मेरे हिन्दुस्तानी भाई आदाब हिन्दुस्तान जिंदाबाद आपका ब्लॉग पढ़ा आपके विचार पढ़े पहले तो में माफ़ी चाहता हूँ के अपनी निजी व्यस्तता के कारण में इस ब्लॉग का रस्वादन नहीं कर सका वरना शायद में खुद ही बिन बुलाये महमान की तरह इस ब्लॉग पर आ टपकता , जनाम मेरी निजी मान्यता है जो देश भक्त नहीं है उसे अधेर्मी ही खा जाता है जो देश का नहीं समझ लोग खुद के धर्म का भी नहीं क्योंकि कोई भी धर्म हो प्यार और इन्साफ की बात करता है मानवता की बात करता है वोह बात अलग है के लोग अपने अपने नजरिये से सभी धर्मों को देखते हैं मुस्लिम धर्म कहता है के सभी भाषाओं और कबीलों में उनके तरीके से पैगम्बर उतारे है वोह कहता है के तुम्हार दिन तुम्हे मुबारक मेरा दिन मुझे मुबारक यानी तुम अपने धर्म पर कायम रहो में अपने धर्म पर कायम रहूंगा लेकिन में अगर आपके धर्म का अपमान करता हूँ उसे नुकसान पहुंचाता हूँ तो आपका यह फर्ज़ है के आप मुझे उसकी सजा दें ऐसे ही आप मेरे धर्म को नुकसान पहुंचाते है तो मेरा भी आपको सजा देने का फर्ज़ है रही राष्ट्रवाद की बात तो कोई भी अगर सच्चा धर्म प्रेमी है चाहे वोह हिन्दू हो चाहे मुसलमान वोह राष्ट्रभक्त होगा ही और अगर पाखंडी होगा तो गद्दार होगा , जो लोग भगवान राम श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को ठुकराते है वोह अपराध करते हैं मर्यादा का पाठ सत्यता का पथ इन लोगो ने ही तो पढ़ाया है वोह बात अलग है के हममे से एक भी प्रोफेट मोहम्मद साहब ,भगवान राम ,कृष्ण भगवान के बताये हरइ रास्ते पर नहीं चल रहे है राष्ट्रभक्ति के हर कदम पर में आपके साथ हूँ अगर दो धर्मों की आलोचना करना हो तो में आपको आलोचक रहूंगा लेकिन अगर सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रीयता की बात हो तो में मरते दम तक आपका साथ निभाउंगा धर्म अपना सडको पर लाने की चिज्न्हीं है जीने की चीज़ है जो भी धार्मिक प्राणी होगा वोह सबसे ज़्यादा प्यारा प्राणी होगा आप चाहे तो एक अच्छा हिन्दू एक अछ्हा मुसलमान तलाश करेंगे तो इन लोगोग्न के सच्चे हिन्दुस्तानी होने पर आपको गर्व होगा हिन्दू अगर राम को चाहेगा तो मर्यादाओं में रहेगा मुसलमान अगर खुदा के निर्देशों को मानेगा तो अपने कथन और करनी से कभी किसी को तकलीफ नहीं होने देगा तो जनाम में आपके हर कदम पर साथ हूँ मेरी जो भी मदद हो तय्यार हूँ बस हमे इस राष्ट्र को बचना है क्योंकि गद्दार और बेइमान इधर भी है और उधर भी है जो कहने को धार्मिक है लेकिन अधर्म काम करते रहे हैं इसलियें हिन्दुस्तान जिंदाबाद हिन्दू संस्क्रती जिंदाबाद ........अख्तर खान अकेला कोटा rajsthan

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दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

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