राजस्थान भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया और अरुण चतुर्वेदी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बिच हाल ही में हुई पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्तियों को लेकर सहित युद्ध छिड़ गया है और हालात यह है के इसका असर यहाँ पार्टी के ३६ वें स्थापना दिवस पर भी पढ़ा इस दिन भी इनके दिल नहीं मिले और शिकायत हाईकमान दिल्ली जा पहुंची .
राजस्थान में केन्द्रीय भाजपा नेता हमेशा वसुंधरा सिंधिया पर अंकुश लगाने के लियें एक नया गुट नई ताकत को हवा देकर उन्हें परेशान करते रहे हैं लेकिन हर बार वसुंधरा की ताकत और राजस्थान में उनको मिले समर्थन के आगे हाई कमान को वसुंधरा रणनीति के आगे झुकना ही पढ़ा है इस बार वसुंधरा सिंधिया के हाडोती मे उनके विरोधी रहे पूर्व भाजपा विधायक और कोटा देहात अध्यक्ष प्रहलाद गुंजल को जब प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष बनाया गया और कोटा देहात में प्रहलाद पंवार को अध्यक्ष बनाया तो बस वसुंधरा नाराज़ हो गयी और दिल्ली शिकायत कर डाली आपस में टकराव हुआ आखिर वसुंधरा की चली और इन दो नियुक्तियों को अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है .
राजस्थान भाजपा में हर बार वसुंधरा अपना वर्चस्व अपनी ताकत अपना समर्थन साबित करती रही हैं लेकिन भाजपा के केन्द्रीय नेताओं की नीतियों से राजस्थान में भाजपा की मजबूत स्थिति के वाद भी यहाँ भाजपा बिखरी पढ़ी हे और कमजोर होती जा रही हे जो कोंग्रेस को वोक ओवर दे रहा है . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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