राजस्थान के गांधी गहलोत की इमानदारी की आंधी नोजवानों के लियें मिसाल बनने लगी है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी गांधीगिरी के कारण राजस्थान के गांधी माने जाने लगे हैं और गहलोत की इस गांधीगिरी का राजस्थान की नोजवान पीड़ी पर असर भी दिखने लगा है , आज जयपुर में आयोजित छात्र कोंग्रेस के सम्मेलन में कोंग्रेस का युवा अशोक गहलोत का दीवाना नज़र आया ,गहलोत ने आज युवाओं की धडकन बन कर ,अपने अनुभव उनके साथ बांटे और उनकी क्लास भी ली .
राजस्थान के गांधी जो देश के एक अकेले ऐसे नेता, ऐसे मुख्यमंत्री, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ,और कोंग्रेस के पदाधिकारी रहे हैं जिनकी सो फीसदी छवि बेदाग़ रही है ,लोगों की गलतियों को माफ़ कर उन्हें अपने साथ जोड़ना सुधरने का मोका देना गहलोत की आदत है ,दलित,पिछड़ों और पीड़ितों के हमदर्द बन कर उनमे शामिल होकर उनके दुःख दर्द बांटना उनका शोक है और इसीलियें अशोक गहलोत देश भर में राजस्थान के गाँधी के नाम से पहचान बना चुके हैं .
आज जयपुर में छात्र कोंग्रेस के प्रदेश सम्मेलन में गहलोत खूब खुलकर बोले उन्होंने युवाओं की क्लास ली,, उन्हें भाजपा की काली करतूतों से परिचित कराया ,उन्होंने बांध बनाने पर आपत्ति,मन्दिर .साम्प्रदायिकता के नाम पर राजनीती और भाजपा के भ्रस्टाचार का काला चिट्ठा खोलते हुए कहा के भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को टी वी पर रिश्वत लेते हुए बताया जाता हे ,जूदेव को खुलेआम रिश्वत लेने पर आपत्ति नहीं होती है ,सामन्तवादी सोच की महारानी साहिबा के खिलाफ उनकी पार्टी के नेता भेरोसिंह जी शेखावत ,साहिबसिंह वर्मा ,घनश्याम तिवारी सहित कई नेता प्रमाणित भ्रस्टाचार के गम्भीर आरोप लगाते हैं , उन्होंने कहा भ्रष्टाचार ,साम्प्रदायिकता भाजपा की नस नस में घुल गया है और इसीलियें उनकी राष्ट्र के बारे में कभी सोच ही नहीं बनी, उन्होंने सवाल किया के देश को जब आज़ादी के लियें लोगों की कुर्बानी की जरूरत थी, तब इस पार्टी और इस विचारधारा से जुड़े लोग कहां खोगये थे , गहलोत ने कहा के कोंग्रेस का देश के लियें कुर्बानी का आज़ादी के बाद और पहले का लम्बा इतिहास हैं महात्मा गाँधी से लेकर राजीवगांधी तक देश के लियें शहीद हुए है और कोंग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं के रोम रोम में देश और देशभक्ति बसी हैं .
गहलोत ने अपने पुराने छात्र कोंग्रेस के ख्यालों में डूबते हुए उनके अपने अनुभव राजस्थान के युवाओं के साथ बांटे, उन्होंने युवकों की होसला अफजाई करते हुए कहा के वोह खुद भी छात्र कोंग्रेस के राजस्थान इकाई के पहले प्रदेश अध्यक्ष थे उनके कार्यकाल में उन्होंने एक चार्टर तय्यार किया था जिसकी पालना सभी को करना अनिवार्य थी उन्होंने सितम्बर १९६५ को जारी किया गया अशोक कुमार गहलोत द्वारा जारी इस चार्टर को फिर से पढ़ कर सुनाया ,इस चार्टर में सदस्यों को इमानदारी से रहने ,खादी पहनने ,शिष्टाचार से रहने ,प्रथम श्रेणी में यात्रा नहीं करने ,भ्रस्टाचार मुक्त समाज देने ,भाईचारा सद्भावना से रहने और राष्ट्रभक्त बन कर देश के लिएँ मर मिटने का संकल्प शामिल था , उन्होंने कहा के वोह छात्र कोंग्रेस के बाद प्रदेश कोंग्रेस अध्यक्ष ,फिर इंदिरा जी के साथ केंद्र में दो बार मंत्री और एक बार राजीव जी के साथ मंत्री रहे , सोनिया जी ने उन्हें विश्वास जता कर राजस्थान का दो बार मुख्यमंत्री बनाया उन्होंने कहा के कोंग्रेस और उसके नेता कुर्बानी के मिसाल है भाजपा के नेता प्रधानमन्त्री की कुर्सी की तरफ टकटकी लगाये रहते हैं लेकिन कोंग्रेस की सोनिया जी ने यह पद दो बार ठुकराया है , खुद राहुल जी को जनता प्रधानमन्त्री बनाना चाहती है लेकिन वोह सादगी से कहते हैं उनके अभी सीखने के दिन हैं. यह कुर्बानी केवल और केवल एक सच्चे कोंग्रेसी में ही हो सकती हैं उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा के भाजपा के नेता आज़ादी के आन्दोलन कारियों के खिलाफ मुखबिरी कर रहे थे .
गहलोत बोले और खूब बोले तालियों की गड़गड़ाहट के बीच युवाओं ने गहलोत का और गहलोत ने युवाओं का उत्साह वर्द्धन किया , गहलोत हाल ही में उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से आहत लगे , उन्होंने वसुंधरा के सभी आरोपों का जवाब देते हुए कहा के एक प्रतिपक्ष नेता बिना हस्ताक्षर के आरोप लगाती हैं ,बुकलेट बाँटती है लेकिन इमानदार पत्रकार उनकी इस अप्रमाणित खबर को नहीं छापते हैं लेकिन कुच्छ हैं जिन्होंने इस खबर को दिया है वोह भी सच्चाई जानने के बाद जान जायेंगे ,गहलोत ने कहा के मेरी पुत्री की एक छोटी सी कम्पनी जो अपने स्तर पर काम करती है मुंबई में चलती है उस कम्पनी को उनके पूर्व कार्यकाल में प्रतिभा के आधार पर सामान्य टेंडर में पात्रता रखने के कारण ११० करोड़ रूपये के काम दिए और इसी कम्पनी को वसुंधरा जी के कार्यकाल में बत्तीस सो करोड़ के काम दिए उन्होंने दोहराया इस कम्पनी को अभी राजस्थान में ६ करोड़ का काम दिया है जिसमें पारदर्शिता निष्पक्षता और गुणवत्ता पूरी बरकरार है , गहलोत ने कहा के अगर कोई भी उनकी सरकार में उनके द्वारा या उनके परिजनों के द्वारा भ्रस्टाचार का एक भी मामला साबित कर दें तो वोह एक मिनट में कुर्सी छोड़ देंगे उन्होंने कहा के भाजपा की वसुंधरा उनकी बेदाग छवि को बिगाड़ने का चाहे जितना प्रयास कर लें लेकिन जनता सच जानती है , गहलोत ने कहा के भाजपा की पूर्व सरकार खुनी सरकार थी उसने विभिन्न गोलिबरियों में नब्बे लोगों को मोंत के घाट उतारा है और वोह हमारी सरकार में भी जनता को भड़काकर,उकसाकर माहोल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं जो हम हरगिज़ होने नहीं देंगे .
राजस्थान के गांधी गहलोत के इस बेबाक भाषण से प्रदेश के युवा आभिभुत थे और गहलोत की इमानदारी,स्व्छछ्वी से खुद को भी भ्रस्टाचार से मुक्त रख कर देश सेवा करने का संकल्प ले रहे थे इसलियें राजस्थान का गांधी अशोक गहलोत जिंदाबाद इनकी आंधी भ्रस्टाचार के खिलाफ कार्यवाही के लियें एक सबक है . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
अख्तर जी ,
जवाब देंहटाएंएक जानकारी भरे , बेहतरीन आलेख के लिए धन्यवाद । जिसके हाथ में नेतृत्व है यदि वह भ्रष्टाचार से मुक्त हो तो समाज के लिए आदर्श होता है।