कोटा में मेरे उस्ताद रहे जनाब जमील अहमद एडवोकेट जिनका वकालत और नफासत की दुनिया में सर्वोच्च नाम हे उन्होंने ने कल उनके निवास पर कोटा के नये पुराने सभी हाजियों को दावत पर बुलाया और इसी प्यार भरे अंदाज़ में लोगो का स्वागत कर सभी हाजियों की यादें ताज़ा कर दी .
जमील अहमद एडवोकेट वेसे तो हर साल ही हाजियों को बुलाकर दावत करते रहे हें लेकिन इस बार उनके पुत्र राजा एडवोकेट ने अलग ही इन्तिज़ाम किये थे हर हाजी और उनके परिवार वालों के लियें मालाओं का इन्तिज़ाम था उन्हें गले लगा कर मुबारकबाद दी जा रही थी खाने में बहतरीन खाना उन्हें खिलाया जा रहा था इस दोरान जमील अहमद एडवोकेट और उनके परिवार का प्यार और खुलूस देखने लायक था एक प्यार भरा अंदाज़ एक अपनापन हज का मिला जुला वातावरण इन सब ने मिलकर हाजियों की पुरानी यादें ताज़ा क्र दिन जो नये हाजी थे उनके दिलों में फिर से हज पर जाने की आस जगी थी और जो पुराने थे जो कई बार हज और उमरा कर आ गये थे उनकी भी फिर से हज पर जाने की ख्वाहिशें जगी थीं . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)