राजस्थान में नये हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने हाल ही में एक आदेश निकला हे जिसमें सभी नये अविवाहित मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिया हे के वोह विवाह के दोरान दहेज़ नहीं लेंगे इस बाबत अपना संकल्प पत्र यानि घोषणा पत्र जमा कराएं ।
पिछले दिनों मध्य प्रदेश में एक घोड़ी पर सवार मजिस्ट्रेट साहब ने दहेज़ की माग को लेकर काफी हंगामा किया और फिर पकड़े जाने पर उनेहं नोकरी से हाथ धोना पढ़ा वेसे राजस्थान में कर्मचारियों और अधिकारीयों के लियें पहले से ही कानून बना हे के वोह दहेज़ नहीं लेंगे और इसीलियें राजस्थान के मुख्य न्यायाधीश ऐ के मिश्रा ने यह आदेश जारी किये हें , राजस्थान के मुख्य न्यायधीश अधिन्ष्ठ न्यायालयों में व्याप्त अनियमितताएं रोकने के प्रयासों में भी जुटे हे इस मामले में वोह रजिस्ट्रार विजिलेंस के माध्यम से शीघ्र ही न्यायालयों में आकस्मिक स्टिंग ओपरेशन करवाने के मुड में हें और अचानक किसी भी जिले में न्यायालयों में आम आदमी की तरह जाकर न्यायालयों की कार्यवाहियों का निरिक्षण के प्रयास सम्भव हे , कल कोटा में पूर्व जज डोक्टर धर्म सिंह मीना और मजिस्ट्रेट रितुमिना सहित कई न्यायिक अधिकारीयों के मामले में विजिलेंस रजिस्ट्रार ने कोटा पहुंच कर बयान रिकोर्ड करवाए और जांच के दोरान आवश्यक पत्रावलियां और उनकी फोटो कोपी प्राप्त की । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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