आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

16 फ़रवरी 2011

यह कहां निकल आये ...........

आज हम
यह
खाना निकल आये
प्यार के रिश्तों से
कोसों दूर
जंगल में
चले आये
जहाँ ना धडकता हे
ना आती हे
दिल की कोई आवाज़
देख लो
तुम्हारी याद से बचने को
कहां कितनी दूर
चले आये हम
लेकिन
यह क्या हुआ
सारी दुरिया
सारी अडचने
पार कर इस हें
तुम्हारी यादों ने
और तुम हो
इतनी कोशिशों के बाद भी
एक बार फिर से
हमारे दिल को दुखाने
चले आए हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

  1. इतनी कोशिशों के बाद भी
    एक बार फिर से
    हमारे दिल को दुखाने
    चले आए हो ।
    sunder ehsas

    जवाब देंहटाएं

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...