कोटा सम्भाग के बूंदी जिले में एक सहायक पुलिस उप निरीक्षक रामेश्वर लाल जी एक फरियादी शिवशंकर से सारी दोस्ती भुला कर उनकी शिकायत पर कार्यवाही के लियें १५००० रूपये की रिश्वत मांग रहे थे लेकिन अबा जेल भुगत रहे हें साथ ही उनके रिश्तेदार फरियादी के घर पर माफ़ी मांग रहे हें ।
दोतों बूंदी जिले में एक शिव शंकर जी से एक फाइनेंस कम्पनी ने रूपये ठग लिए वोह रामेशव ऐ एस आई जी को जानते थे सो उन्होंने उनसे कहा उन्होंने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने के १५००० रूपये मांगे फरियादी ने यारी दोस्ती का वास्ता दिया लेकिन पुलिस तो पुलिस थी केसे मानती पुलिस ने कहा नहीं रूपये तो लगेंगे पुलिस किसी की रिश्तेदार नहीं होती हे बस फरियादी जी ने भी रिश्ते तोड़ दिए और जा पहुंचे भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के पास सरकारी स्तर पर शिकायत का भोतिक सत्यापन करवाया गया और फिर पुलिस जी रिश्वत लेते रंगे हाथों धरे गये पुलिस जी अब जेले में हें लेकिन उनके रिश्तेदार फरियादी के घर पर लाइन लगा कर माफ़ी मांग रहे हें उनका कहना हे के हम तो उनके बीवी बच्चे हें आप ने मुकदमा वापस नहीं लिया तो हम बेकुसूर भूखे मर जायेंगे फरियादी जी पुलिस जी के परिजनों की बात से पिघल तो रहे हें लेकिन वोह क्या अकरने उनके हाथ से तो बाज़ी निकल चुकी हे सो वोह मजबूर हें और कोई मदद खाकी जी के रिश्तेदारों की नहीं कर पा रहे हें इधर आज अख़बारों में खबर आने के बाद खाकी जी की नोकरी से निलम्बन तो पक्का हे तो जनाब ऐसे हें खाकी जी पहले तो रिश्वत के लियें गुर्राते हें और जब पकड़े जाते हें तो बीवी बच्चों सहित गिड गिडाते हें इसलियें अगर पहले ही सुधर जाये तो बस मामला ही सुधरा रहे और किसी को काका जी कहने की जरूरत ही नहीं रहे अब दुसरे पुलिस जी अगर इनकी इस कहानी से समझ जाएँ तो वोह उनके बीवी बच्चो का भविष्य सुरक्षित करेंगे नहीं तो एक दिन तो उन्हें भी इस दोर से गुजरना होगा क्योंकि बुरे कम का बुरा नतीजा ही होता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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