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12 फ़रवरी 2011

वेलेंटाइन दिन पर हिन्दू कट्टरों ने पासा पलटा

पिछले कुच्छ सालों से वेलेंटाइन डे को भारतीय संस्क्रती के खिलाफ प्रचारित कर देश भर में तोड़ फोड़ हिंसा करने वाले हिंदूवादी सन्गठन के नेता विनोद वेश्य ने कहा हे के हम इसका विरोध नहीं करेंगे लेकिन इस मामले हमने इस दिन नग्नता और अश्लीलता से बचने के लियें कई स्थानों को पत्र लिखे हें ।
दोस्तों आप को पता होगा के देश का भोला भाला नोजवान यही सोचता रहा था के कट्टरवादी हिन्दू सन्गठन राष्ट्र भक्ति और देश की संस्क्रती बचाने के लियें वेलेंटाइन दिन का विरोध करता हे टोलियाँ बनाता हे और पार्कों सडकों दुकानों पर जाकर मार पित तोड़फोड़ करता हे लेकिन पिछले दिनों भोपाल और दूसरी जगहों पर कट्टर पंथी हिन्दू नेताओं के खिलाफ वेलेंटाइन कार्ड बेचने वाले लोगों ने गुप्त योजना बनाई और कट्टर पंथी नेता जो हर बार हमला करने के पूर्व चोथ वसूली की मांग किया करते थे उन नेताओं के खिलाफ स्टिंग ओपरेशन किया उनके बयान उनके प्रस्ताव रिकोर्ड किये जिसमें हिन्दू वादी नेताओं को कार्ड विक्रेताओं से रिश्वत की राशी मांगते हुए बताया गया था ओर कहा जा रहा था के अगर रूपये मिल गये तो ठीक नहीं तो तोड़ फोड़ पक्की हे बस कुछ लोग ब्लेकमेलिंग में आज भी जेल में हें बात मीडिया के माध्यम से सारे देश को पता चल गयी के क्यों वेलेंटाइन का विरोध होता हे सो अब ब्लेकमेलिंग की पोल खुलने के बाद पासा पलट दिया गया हे ।
दोस्तों कल वेलेंटाइन दिवस हे में भी पुराने हिंदूवादी ख्यालात का हूँ इस दिन को बहुत ज्यादा तरजीह नहीं देता और देना भी नहीं चाहिए लेकिन देश में सभी तरह के लोग हें इन दिनों इंटरनेट मेसेज का जमाना हे और मोबाईल मेसेज से लेकर अख़बार विज्ञापनों के माध्यम से इस दिन को कमाई का जरिया बना रहे हे ऐसे में देश के लियें और शर्म की बात हो गयी हे खेर साथ बेतों एक दुसरे को मुबारकबाद दो प्यार दो प्यार लो तक तो यह दिन ठीक हे लेकिन इस दिन के नाम पर फ़िज़ूल खर्ची और अश्लीलता ना काबिल बर्दाश्त होना चाहिए अंग्रेजी संत बाबा वेलेंतैन ने कभी भी अश्लीलता को बढावा नहीं दिया कभी फ़िज़ूल खर्ची की बात नहीं कही बस प्यार का संदेश दिया हे संदेश सिर्फ इतना सा हे के प्यार जाति धर्म समुदाय विचारधारा से उपर उठा हुआ होता आहे और जहाँ प्यार होता हे वहां इसरार होता हे भाईचारा सद्भावना होता हे हमारे देश में यही संदेश हे के बालिग़ लोग अपनी मर्जी से विवाह रचा सकते हें इसका संदेश केवल मर्जी के विवाह तक हे विवाह के पूर्व या बाद में अश्लीलता या जारता अय्याशी करने का नहीं हे और यह सब संदेश मिस्र से आया था जहां आज क्रान्ति ने अपना नया इतिहास बनाया हे अगर हम वेलेंटाइन बाबा का संदेश मान सकते हें तो हमारे देश को भ्रस्ताचार और भर्स्ट नेताओं से बचाने के लियें क्या वहन की क्रान्ति की मिसाल का अनुकरण नहीं कर सकते शायद हाँ शायद नहीं ..................... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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