आज
खुशबु देते
खिले फूलों के बाग़ में
घूमते वक्त
एक बार फिर
कांटा मेरे पैर में चुभा
और
इस चुभन के
साथ ही
मुझे
ना जाने क्यूँ
तेरी याद आगयी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 फ़रवरी 2011
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very good lines.
जवाब देंहटाएंreally breathless
वाह वाह जी, बहुत सुंदर
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