आपका-अख्तर खान

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06 फ़रवरी 2011

तेरी याद फिर आ गयी ..

आज
खुशबु देते
खिले फूलों के बाग़ में
घूमते वक्त
एक बार फिर
कांटा मेरे पैर में चुभा
और
इस चुभन के
साथ ही
मुझे
ना जाने क्यूँ
तेरी याद आगयी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

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