कोटा में महापोर रत्ना जेन हें , स्वायत शासन मंत्री ओसवाल जेन शांति कुमार धारीवाल हें ,इधर देश भर में और राजस्थान में नगर पालिका कानून में हर जिले में बूचड़ खाने बनाने के कानूनी प्रावधान हें और इन प्रावधानों की क्रियान्विति ने राजस्थान हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों को विशेष दिशा निर्देश जारी किये हें , कोटा में निगम की प्रथम महापोर श्रीमती सुमन श्रंगघी के कार्यकाल में यहाँ बूचड़ खाना खोलने की कवायद शुरू हुई थी लेकिन अब तक इस नाम पर राजनीती के अलावा कुछ नहीं हुआ हे ।
अभी हाल ही में कोटा में नये आधुनिक बूचड़ खाने का प्रस्ताव रखा कसाई और खटीक चाहते थे के बूचड़ खाना नहीं खुले उन्होंने अपने जेन भाई मित्रों से कहा खटिक भाइयों ने अपनी पार्टी से जुड़े भाइयों से कहा और कोटा में केवल बूचड़ खाने की कागज़ी योजना पर ही जबर्दस्त विरोध शुरू हो गया विरोध भी ऐसा के राजनीतिकरण से धार्मिकी कारण हो गया और साधू संत जेन साधू महाराज विरोध करने लगे महापोर जी महाराज के पास गयीं और कहा के में जेन हूँ लेकिन कोटा की महापोर होने के कारण विधि नियमों से बंधी हूँ बात खामोश होती इसके पहले ही आज स्वायत शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने पल्टी खाली धारीवाल जी ने आनन फानन में प्रेस कोंफ्रेंस बुलाई और कोटा में कभी भी बूचड़ खाना नहीं खुलेगा इसका एलान कर दिया इतना ही नहीं प्रेस कोंफ्रेंस में उनके साथ बेठी महापोर पर सारा दोष लगते हुए कहा के महापोर ने यह गलती की हे और अगर यह प्रस्ताव सरकार के पास भिजवा भी देतीं तो भी में इसे पारित नहीं होने देता बस इस तरह से कोटा में पिछले एक माह से चल रहे इस विवाद को राजनितिक आधार पर राजनीति के जरिये ही खत्म करने का प्रयास किया गया ।
यह तो बूचड़ खाने का राजनितिक पहलु हुआ लेकिन दूसरा पहलु यह हे के जनता जगह जगह विधि विरुद्ध मांस काटे जाने पर बेचे जाने से दुखी हे इसकी गंदगी कहां जाती हे सब जानते हें कई गलियों में लोगों का रहना दुश्वार हे तो कई गलियों में से लोगों का गुजरना मुश्किल हे अब हालात यह हें के कोंग्रेस सरकार ने इस मामले में थूक कर चाट लिया हे ... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 फ़रवरी 2011
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.... थूक कर चाट लिया है। वैसे ठुक कर चाट लेना भी चलेगा।
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