दोस्तों कश्मीर में भारत से कश्मीर को अलग कर देने का खतरनाक किन्तु असम्भव ख़्वाब देखने वाले यासीन मलिक ने कल अजमेर राजस्थान में भारत के झंडे का अपमान किया और झंडा उनके कश्मीर का नहीं मानकर लेने से इनकार कर दिया ।
हमारे देश में बिना वीजा के प्रवेश हमारे देश की पुलिस की सुरक्षा में जनता के आक्रोश से सुरक्षित और फिर हमारे ही देश के वर्चस्व को ललकार हमारे देश के फुल तो लिए लेकिन झंडा लेने से इनकार यह राष्ट्र द्रोह हे देश का अपमान हे और भारतीय कानून के तहत प्रिवेंशन ऑफ़ नेशनल ओनर एक्ट के प्रावधानों के तहत दंडनीय अपराध हे , भाजपा के लोगों ने यासीन मलिक को अलगाववाद माना जूतों चप्पलों से उनका स्वागत किया यह तरीका गलत हो सकता हे लेकिन कोंग्रेस ने जब उनका स्वागत फूलों से किया उनके स्वागत में भारत का सम्मान स्वाभिमान तिरंगे को बढाया तो उनका यह उपेक्षित अपमानकारी रवय्या,मन करता हे के ऐसे आदमी को ऐसा सबक मिले के फिर विश्व में कोई भी ताकत कोई भी दुश्मन देश के इस तिरंगे का अपमान करना तो दूर अपमान करने की कल्पना भी नहीं कर सके काश आप या मुझ में से कोई प्रधानमन्त्री होता तब हम या आप यासीन मलिक को बताते के मेरे देश के ध्वज का अपमान क्या मायने रखता हे लेकिन यहाँ तो ऐसे ही अलगाववादियों को पनाह दी जाती हे और देश का कभी अमेरिका से ,कभी ब्रिटेन से कभी पकिस्तान से अपमाना करवाया जाता हे लेकिन अब तो हद हो गयी भारत के ही हिस्सेदार भारत का ही खाने वाले गुर्राने वाले गद्दारों से भी हमारा अपमान हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे .............. । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 फ़रवरी 2011
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खून खुलता है ये देख जब विदेशियों के दबाव में हमारी सरकार अलगाववादियों को बढ़ावा देती है.
जवाब देंहटाएंजब तक यासीन मालिक जैसे लोगो को सजा नहीं मिलेगी हमारे देश के सिपाही शहीद होते रहेंगे. कश्मीर नरक बना रहेगा.